सिविल सेवा परीक्षा 2024 में राजस्थान से चयनित उम्मीदवारों की जानकारी

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जयपुर, 22 अप्रैल। UPSC 2024 Final Result Released : संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल परिणाम जारी कर दिया है और इस बार राजस्थान के होनहारों ने पूरे देश में राज्य का नाम रोशन किया है। छोटे गांवों से निकलकर इन युवाओं ने यह साबित कर दिया कि मेहनत और समर्पण के सामने कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती।

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संघ लोक सेवा आयोग के सिविल सर्विस परीक्षा 2024 (UPSE CSE 2024) का परिणाम 22 अप्रैल को घोषित किया गया है. इस परीक्षा के लिए तो 9.9 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था. लेकिन प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के बाद सिविल सेवा परीक्षा में 1009 उम्मीदवारों ने सफलता हासिल की है. वहीं इस सूची में राजस्थान के कई सूरमा शामिल हैं, जिन्होंने सिविल सेवा 2024 परीक्षा में सफलता हासिल की है. इससे पहले साल 2023 के सिविल सेवा परीक्षा में राजस्थान से करीब दो दर्जन उम्मीदवारों ने सफलता हासिल की थी. इस बार भी राजस्थान के युवाओं ने UPSC के सिविल सेवा परीक्षा में अपना परचम लहरा कर पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है.

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राजस्थान के बीकानेर, बाड़मेर, कोटपूतली, जोधपुर, नीमकाथाना, झुंझुनूं, जालोर, गंगापुर सिटी और जयपुर ग्रामीण जैसे स्थानों से युवाओं का सेलेक्शन UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में हुआ है. इन युवाओं का सेलेक्शन आगामी सिविल सेवा परीक्षाओं के उम्मीदवारों के लिए बड़ी प्रेरणा है. क्योंकि इस परीक्षा में जो भी राजस्थान के उम्मीदवार सफल हुए हैं, उन्होंने कई प्रयासों के बाद सफलता हासिल की है. जबकि कुछ ऐसे भी उम्मीदवार हैं जिन्हें पहले प्रयास में सफलता मिली है.

इस परिणाम में 180 उम्मीदवारों का आईएएस (IAS) पद के लिए चयन हुआ है. वहीं 55 उम्मीदवारों का चयन आईएफएस (IFS) पद और 147 उम्मीदवारों का चयन आईपीएस (IPS) पद के लिए हुआ है.

जानिये राजस्थान से UPSC CSE Result 2024 में सफल राजस्थान के सूरमा

बीकानेर के आचार्य चौक निवासी आदित्य आचार्य का भारतीय पुलिस सेवा में चयन होना निश्चित हो गया है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की ओर से मंगलवार को जारी लिस्ट में आदित्य का नाम 96 नंबर है। ऐसे में उसे आईएएस के बजाय आईपीएस बनना तय हो गया है। बीकानेर के आचार्य चौक निवासी चांद रतन आचार्य के पौत्र और अमित आचार्य के बेटे आदित्य ने जयपुर में रहकर ही पढ़ाई की और वर्तमान में भी जयपुर ही है। बीकानेर के आचार्य चौक में रहने वाले आचार्य परिवार में मंगलवार दोपहर से ही बधाईयों का सिलसिला जारी हे। आदित्य ने जयपुर में रहकर ही अपनी पढ़ाई पूरी की। इसके बाद UPSC एग्जाम की तैयारी भी वहीं से की। आदित्य के पिता अमित आचार्य भी अर्से से जयपुर में ही रह रहे हैं। प्राइवेट नौकरी करने वाले अमित परिवार के साथ जयपुर के मानसरोवर में रहते हैं।आदित्य के चाचा और जलदाय विभाग में श्रमिक नेता बृजराज आचार्य का कहना है कि आदित्य शुरू से ही होनहार था। पढ़ाई में हमेशा अवल्ल रहने वाले आदित्य के मन में आईएएस और आईपीएस बनने का सपना था। आज उसकी मेहनत रंग लाई है। श्रमिक नेता बताते हैं कि उसके माता-पिता ने भी खूब मेहनत करके इस मुकाम तक पहुंचाया है।

बीकानेर के नोखा के उदासर गांव के रामनिवास सियाग ने यूपीएससी में 618वीं रैंक हासिल की है। रामनिवास ने पहले प्रयास में ही ये सफलता हासिल की। रामनिवास की प्रारंभिक शिक्षा नोखा से हुई। उन्होंने एनआईटी हमीरपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। उनके दादा नारायणराम सियाग, जो पूर्व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष हैं, ने इस सफलता के लिए भगवान का आभार व्यक्त किया है।पूर्व सरपंच चेतनराम सियाग के अनुसार रामनिवास की सफलता से पूरे गांव और क्षेत्र में खुशी का माहौल है। यह सफलता साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले युवाओं के लिए एक प्रेरणा है।

बीकानेर से चयनित उम्मीदवार:
अनुप्रिया चौधरी – बीकानेर निवासी, जिन्होंने UPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।​

गंगाशहर के डॉ. अजित दफ्तरी ने UPSC में सफलता हासिल की, क्षेत्र में खुशी की लहर

गंगाशहर मूल निवासी और वर्तमान में हनुमानगढ़ प्रवासी डॉ. अजित दफ्तरी ने देश की प्रतिष्ठित संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा में शानदार सफलता प्राप्त की है। उन्होंने 371वीं रैंक हासिल कर गंगाशहर और पूरे तेरापंथ समाज को गर्व महसूस कराया है। डॉ. अजित दफ्तरी के चयन से परिवार सहित पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। उनके दादा जयचंदलाल दफ्तरी तथा पिता पंकज दफ्तरी और माता राजलक्ष्मी ने इस सफलता पर हर्ष व्यक्त किया है। समाजसेवी और तेरापंथ सभा के परामर्शक बाबा पदम दफ्तरी, जो तेरापंथ न्यास के ट्रस्टी भी हैं, ने इसे गंगाशहर के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण बताया। डॉ. अजित ने बताया कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा हनुमानगढ़ में हुई, और उन्होंने SMS मेडिकल कॉलेज, जयपुर से MBBS की पढ़ाई पूरी की। इसके पश्चात उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की और कड़ी मेहनत के बाद यह मुकाम हासिल किया। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हुए कहा, “उनकी प्रेरणा और आशीर्वाद के बिना यह संभव नहीं था।” डॉ. अजित का ननिहाल गंगाशहर में धनराज जी नेमचंद जी नाहटा के यहाँ है, और वहाँ भी खुशी की लहर है। उनकी इस उपलब्धि से न केवल परिवार, बल्कि पूरे समाज को प्रेरणा मिली है। थार एक्सप्रेस परिवार इस उपलब्धि पर दफ्तरी परिवार को बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना करता है।

UPSC परीक्षा में हासिल की 20वीं रैंक
जोधपुर जिले के भाखरी गांव से आने वाले त्रिलोकसिंह करणोत ने पहले ही प्रयास में 20वीं रैंक हासिल कर सभी को चौंका दिया। साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले त्रिलोक ने गांव में रहकर तैयारी की और सफलता का परचम लहराया। बताया जाता है कि त्रिलोक ने यह सफलता बिना कोचिंग के प्राप्त की है।

जयपुर के रिदम कटारिया की UPSC में 370वीं रैंक
जयपुर के रिदम कटारिया, जो वर्तमान में ITBP में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर कार्यरत हैं, ने 370वीं रैंक हासिल की। रिदम ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां और शिक्षकों को दिया। उनकी मां शिल्पी शाह सरकारी शिक्षक हैं, जो बेटे के सपनों की सबसे बड़ी ताकत बनीं।

पुरुराज सिंह सोलंकी – जयपुर निवासी, जिन्होंने UPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।​

विनायक कुमार – जयपुर के एक और सफल उम्मीदवार, जिन्होंने UPSC परीक्षा में चयनित होकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।​

दीपक चौधरी – जयपुर से चयनित उम्मीदवार, जिन्होंने UPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।​

UPSC में पास करने वालों में बाड़मेर से कई युवा
बाड़मेर से भी कई युवाओं ने बाज़ी मारी। सुखराम मूंकर (448वीं), खेतदान (689वीं), तनमय मंसूरिया (832वीं), और लोकेंद्र कुमार (954वीं रैंक) के साथ जिले ने अपना दमखम दिखाया। तनमय के पिता बाड़मेर के PMO डॉ. बीएल मंसूरिया हैं। तनमय ने चौथे प्रयास में सफलता पाई है।

सीकर की नम्रता मीणा प्रेरणा बनकर उभरीं
सीकर जिले के नीमकाथाना से नम्रता मीणा ने 743वीं रैंक हासिल कर लड़कियों के लिए प्रेरणा बनकर उभरी हैं। इन युवाओं की कहानियां दिखाती हैं कि राजस्थान अब केवल रेगिस्तान का प्रदेश नहीं, बल्कि प्रतिभा का भी केंद्र बन चुका है।

दौसा कलेक्टर देवेंद्र कुमार के भाई उत्कर्ष यादव की 32वीं रैंक आई है। उत्कर्ष बहरोड़ के रहने वाले हैं। जयपुर में शास्त्री नगर निवासी मनु गर्ग की 91वीं रैंक आई है। वह देख नहीं सकते हैं।

ट्रेनी IPS की 104वीं रैंक, ITBP के असिस्टेंट कमांडेंट का भी सिलेक्शन. बयाना के कलसाड़ा गांव के निखिल शर्मा (104वीं रैंक) अभी ट्रेनी IPS हैं। वे हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे हैं।

बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ के हरिओम पांडिया ने पहले प्रयास में 160वीं रैंक प्राप्त की है। सीकर की घाणा निवासी रेखा ने बिना कोचिंग के 176वीं रैंक हासिल की। उनके पिता की दोनों किडनियां खराब हैं।

बहरोड़ के डवानी गांव निवासी तरुण कुमार यादव ने पहले प्रयास में 203वीं रैंक पाई है।
आईआईटी बॉम्बे से पासआउट कोटा की अनुश्री ने चौथे अटेम्प्ट में सिविल सेवा एग्जाम क्लियर किया है। उनकी 220वीं रैंक बनी है। जयपुर के शाहपुरा निवासी प्रज्ञा सैनी को 367वीं रैंक मिली।

जयपुर के अक्षत का UPSC में चयन

अक्षत कूलवाल को 352 वीं रैंक मिली है। अक्षत ने यह रैंक पहले ही प्रयास में हासिल की है। 10वीं व 12वीं कक्षा जयपुर से पास करने के बाद अक्षत ने वर्ष 2023 में अर्थशास्त्र व इतिहास विषय के साथ दिल्ली में रहकर डीयू के हंसराज काॅलेज से बीए किया है। वहीं दिल्ली में रहकर ही यूपीएसी परीक्षा की तैयारी की।
अक्षत के पिता कपिल कूलवाल जयपुर में प्रॉपर्टी व्यवसायी हैं। वहीं मां सपना जैन निजी विद्यालय में अंग्रेजी की लेक्चरर हैं। अक्षत ने अपनी सफलता का श्रेय मम्मी सपना जैन को दिया है।
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IRS की 543वीं रैंक, जयपुर में हैं पोस्टिंग , करौली के टोडाभीम के नांगल गांव के रहने वाले मनीष मीना ने 543वीं रैंक हासिल की है। वर्तमान में मनीष आईआरएस हैं और जयपुर में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उनकी पत्नी कविता मीना भी आईईएस हैं। वह जयपुर में नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे में सेवाएं दे रही हैं।
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बिजनेसमैन पिता के बेटे ने दूसरे अटेम्प्ट में पाई सफलता

चित्तौड़गढ़ में कपासन के राशमी निवासी सिद्धार्थ पोखरना (23) ने दूसरे अटेम्प्ट में 216वीं रैंक हासिल की है। सिद्धार्थ ने 8वीं तक राशमी और 9 से 12th तक उदयपुर में स्कूली पढ़ाई की। NIT कर्नाटक से बीटेक किया। 2022 में बीटेक पूरा करने के बाद वे दिल्ली चले गए। वहां रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी करने लगे।
सिद्धार्थ के पिता प्रकाश पोखरना कपड़ों का बिजनेस करते हैं। मां हेमलता पोखरना LIC एजेंट हैं। सिद्धार्थ के पिता चाहते हैं कि उनके दोनों बेटे प्रशासनिक सेवा में जाएं। उनका छोटा बेटा दिव्यम (20) जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रहा है।

 जोधपुर से चयनित उम्मीदवार:
जयंत आशिया – जोधपुर निवासी, जिन्होंने UPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।​

कृष्णा जोशी – जोधपुर की एक और सफल उम्मीदवार, जिन्होंने UPSC परीक्षा में चयनित होकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।​

इन सफल उम्मीदवारों की उपलब्धि न केवल उनके परिवारों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे राजस्थान के लिए भी प्रेरणास्पद है। उनकी सफलता से यह स्पष्ट होता है कि समर्पण, मेहनत और दृढ़ संकल्प से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।​

 

 

 

 

 

 

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