परिवर्धनम् शिविर के समापन पर प्रेरणादायक प्रस्तुतियां


बीकानेर, 2 जून। साधुमार्गी जैन संघ के श्री सुधर्मा स्वामी के 82 वें पट्टधर के रुप में आचार्य प्रवर रामलालजी महाराज व बहुश्रुत वाचनाचार्य उपाध्याय प्रवर राजेश मुनि आदिठाणा के सान्निध्य में आयोजित 10 दिवसीय परिवर्धनम् शिविर का समापन सोमवार को गंगाशहर के डागा पैलेस परिसर में शिविरार्थियों की प्रेरणादायक प्रस्तुतियों से हुआ। श्री अखिल भारतवषीय साधुमार्गी जैन संघ के अहिंसा प्रचारक महेश नाहटा ने बताया कि शिविर समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पीपलिया कलां के पंकज शाह थे। शाह ने कहा कि आचार्यश्री के सान्निध्य व प्रेरणा में देश के विभिन्न इलाकों में परिवर्धनम् शिविरों का आयोजन किया गया है। शिविरों में बालक-बालिकाएं जैन धर्म व भारतीय संस्कृति, धर्म व अध्यात्म का तत्वज्ञान, विनय, विवेक, सदाचार, शिष्टाचार, अनुशासन, स्वाध्याय, संयम, देव, गुरु व परिवार, समाज व राष्ट्र के प्रति नैतिक व सामाजिक दायित्वों का ज्ञान ग्रहण कर रहे है। अभिभावकों को चाहिए मोबाइल आदि से बच्चों को दूर रखकर इस तरह के शिविरों में अधिकाधिक संख्या में भेंजे। अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संघ के पूर्व अध्यक्ष जयचंद लाल डागा ने सभी अतिथियों व आगन्तुओं का स्वागत उद्बोधन से किया।




कार्यक्रम में हैदराबाद प्रवासी भीनासर निवासी मुमुक्षु रेखा सोनावत, उनके पुत्र मुमुक्षु हार्दिक सोनावत,अतुल पगारिया, सुशील बच्छावत सहित स्थानीय संघों के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे। मुमुक्षु रेखा सोनावत ने कहा कि एकेडमिक शिक्षा के साथ बच्चों में जैन धर्म व अध्यात्म की शिक्षा जरूरी है। अहिंसा परमो धर्म का संदेश देने वाले जैन धर्म जीव मात्र के लिए कल्याणकारी है। अतिथियों का स्मृति चिन्ह से अभिनंदन तथा शिविरार्थियों को प्रमाण पत्र व पुरस्कार दिए गए ।


समता युवा संघ के मंत्री हेमंत सिंगी ने शिविर की गतिविधियों से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि बच्चों की प्रतिभा के मानसिक, धार्मिक, आध्यात्मिक व शैक्षणिक और सामाजिक प्रतिभा के विकास का यह ज्ञानवर्धक शिविर 24 मई को शुरू किया गया । शिविर में 283 बालिकाएं-युवतियां व 234 बालक हिस्सा ले रहे है। इनके आवास व भोजन तथा शिक्षण-प्रशिक्षण की व्यवस्था साधुमार्गी जैन सेवा संघ व श्री साधुमार्गी महिला मंडल, समता युवा संघ, समता बहु मंडल ने प्रेरणा संभाल रखी थी। उनकी सेवाओं की भी प्रशंसा की गई।
समता बहू मंडल के मंगलाचरण से शुरू हुए कार्यक्रम में देव, गुरु व धर्म की कृपा के गीत, प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष नवकार दिवस पर प्रस्तुति देने वाली श्रीमती अलका बैद द्वारा रचित झलकी ’’मै हूं जैन’’, के साथ मैजिक मंत्रास के माध्यम से आज का काम आज करने , धर्म की प्रभावना, सुख-शांति के लिए गुरु व धर्म का संरक्षण प्राप्त कर आगे बढ़ते रहे।