स्टंट लगाने के बाद गंगाशहर रोड निवासी करनाणी की हुयी मृत्यु की जांच शुरु
बीकानेर , 29 दिसम्बर। शहर के एक प्राइवेट हार्ट केयर सेंटर पर स्टंट डलवाने के बाद हृदय राेगी की माैत काे लेकर विवाद खड़ा हाे गया है। मृतक के पुत्र ने सेंटर के डाॅक्टराें की टीम के विरुद्ध पुलिस में परिवाद दिया था, जिसे जांच के लिए चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक काे भेजा गया है। अब मेडिकल बाेर्ड की जांच के बाद ही एफआईआर पर फैसला लिया जा सकेगा। प्रकरण के अनुसार गंगाशहर राेड पर रहने वाले पवन करनाणी ने हार्ट प्रॉब्लम हाेने पर दाे मार्च 23 काे जीवन रक्षा हेल्थ केयर सेंटर की आर्थिक साझेदारी वाली आयुष्मान हार्ट केयर सेंटर प्राइवेट लिमिटेड पर डाॅ. बीएल स्वामी काे दिखाया था। करनाणी के दाे स्टंट लगाए गए। लेकिन उनकी हालत बिगड़ती रही। स्टंट चुभने लगा। उन्हाेंने सेंटर पर कई बार दिखाया। डाॅक्टर ने दवाएं भी दी।
जब हालत में सुधार नहीं हुआ ताे वे पीबीएम हाॅस्पिटल स्थित हल्दीराम मूलचंद हार्ट हाॅस्पिटल पहुंचे, जहां उन्हें भर्ती कर लिया गया। जांचाें में गड़बड़ी ज्यादा मिलने पर डाॅ. सुनील बुढानिया ने ओपन हार्ट सर्जरी करवाने की सलाह दी। इसके लिए पवन काे दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपाेलाे हाॅस्पिटल ले जाया गया। जहां उनकी सर्जरी हुई। परिवाद के अनुसार डाॅक्टराें ने बताया कि स्टंट सड़ने के कारण हृदय में मवाद भर गया था। वहीं पर पांच सितंबर काे करनाणी का निधन हाे गया। उनके पुत्र मयंक का आराेप है कि डाॅ. स्वामी और उनकी टीम की लापरवाही के कारण उसके पिता की जान गई है। दिल्ली के डाॅक्टराें ने बताया कि उसके पिता का स्टंट पहली सर्जरी में ही खराब हाे गया था।
गृह विभाग का आदेश, जांच के बाद हाेगी एफआईआर
राज्य के गृह विभाग के एक आदेश के अनुसार किसी चिकित्सक या चिकित्सा कर्मी के विरुद्ध सीधे एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकती। परिवादी मयंक ने आयुष्मान हार्ट केयर सेंटर के डाॅक्टर स्वामी और उनकी टीम के विरुद्ध सदर थाने में परिवाद दिया था। सदर थाना एसएचओ ने इस संबंध मुख्य जिला चिकित्साधिकारी काे पत्र लिख कर मेडिकल बाेर्ड से जांच कराने की मांग की है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. देवेंद्र चाैधरी ने थार एक्सप्रेस को बताया कि आयुष्मान हार्ट केयर सेंटर के डाॅ. बीएल स्वामी से राेगी के उपचार और सर्जरी से संबंधित समस्त रिकाॅर्ड मांगा गया है। उसके बाद मेडिकल बाेर्ड गठित करने के लिए मेडिकल काॅलेज प्रिंसिपल काे हृदय राेग विशेषज्ञ उपलब्ध कराने के लिए लिखा जाएगा।