साधुमार्गी जैन संघ के आचार्य रामलालजी के सान्निध्य में 7 मुमुक्षुओं की जैन भगवती दीक्षा शुक्रवार , दीक्षार्थियों की शोभायात्रा निकली, अभिनंदन हुआ
![](https://tharexpressnews.com/wp-content/uploads/2025/02/Jain-Bhagwati-Diksha-of-7-Mumukshus-under-the-guidance-of-Acharya-Ramlalji.webp)
![](https://tharexpressnews.com/wp-content/uploads/2025/02/sumer-ji-daftri-1.webp)
बीकानेर, 6 फरवरी। साधुमार्गी जैन संघ के आचार्य देशनोक मूल के रामलालजी महाराज के सान्निध्य में शुक्रवार को नोखा में 7 मुमुक्षु श्रावक-श्राविकाओं की भागवती दीक्षा होगी। दीक्षाएं इससे अधिक होने की संभावना है। मुमुक्षु श्रावक-श्राविकाओं की गुरुवार को शोभायात्रा निकली। शोभायात्रा व दीक्षा में लंदन, अमेरीका, सऊदी अरब व दुबई सहित अनेक देशों व देश के विभिन्न स्थानों के करीब तीन हजार गुरुभक्त नोखा पहुंच चुके है। उनके लिए वाहन, आवास व भोजन की व्यवस्था नोखा के विभिन्न संघों ने की है।
![indication](https://tharexpressnews.com/wp-content/uploads/2023/09/WhatsApp-Image-2023-09-17-at-16.31.56.jpg)
![L.C.Baid Childrens Hospiatl](https://tharexpressnews.com/wp-content/uploads/2024/01/dr_l.c._baid_hospital_add1.jpg)
अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संघ के मनोज पारख ने बताया कि कि सभी 7 मुमुक्षुओं की शोभायात्रा (वरघोड़ा) गुरुवार जैन चौक से रवाना होकर विभिन्न जैन बहुल्य क्षेत्रों व प्रमुख मार्गों से होते हुए भट्ठड़ स्कूल पहुंचा। जहां जैनाचार्य रामलालजी महाराज ने प्रवचन में कहा कि अनिर्णय की स्थिति में व्यक्ति डामा डोल होता रहता है। निर्णय की सामर्थ्य, क्षमता, हिम्मत पैदा होनी चाहिए। कई लोगों ने संयम लेकर अपनी आत्मा को भावित किया है। हमें शरीर को नहीं देखकर अपने आत्म-परमात्म स्वरूप् को देखना है। आत्मा ही धर्म है आत्मा ही गुरु है। उन्होंने कहा कि काम,क्रोध, लोभ व मोह आदि कषायों व राग-द्वेष के त्याग बिना वीतराग की प्राप्ति नहीं हो सकती । साधु पोषाक अनंत बार ग्रहण कर ली, कषायो को छोड़े बिना मुक्ति संभव नहीं है। उन्होंने मंगल पाठ सुनाया तथा सबके मंगलमय जीवन की कामना की।
![pop ronak](https://tharexpressnews.com/wp-content/uploads/2023/11/metro-shine.jpg)
![](https://tharexpressnews.com/wp-content/uploads/2024/01/mona-industries-1.jpg)
मुमुक्षुओं का अभिनंदन व ओघा बधाई
![CHHAJER GRAPHIS](https://tharexpressnews.com/wp-content/uploads/2024/04/chhajer-logo.jpg)
साधुमार्गी महिला मंडल के मंगलाचरण से शुरू हुए अभिनंदन समारोह में नोखा के लक्सीमल कांकरिया, मुमुक्षु सुश्री करिश्मा लूणिया, बैंगलुरु के चाहत कोठारी, बाड़ी निम्बाहेड़ा, चितौड़ की मुमुक्षु ज्योति कांठेड, डोण्डी लोहारा की मुमुक्षु सुश्री राखी सांखला,राजनांदगांव की मुमुक्षु युक्ता चौरड़िया, बेगू की मुमुक्षु श्रद्धा आंचलिया शामिल व उनके परिजनों का अभिनंदन साधुमार्गी जैन संघ नोखा की ओर से किया गया। अभिनंदन पत्र व उनके परिजनों का अभिनंदन मध्यप्रदेश के जावेद के अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेन्द्र गांधी, महामंत्री सुरेश बच्छावत, साधुमार्गी युवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष समिति बंब, महामंत्री सुमित दसानी, अहिंसा प्रचारक महेश नाहटा, अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संघ के पूर्व अध्यक्ष व श्रमणोपासक के पूर्व संपादक चंपालाल डागा, अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयचंद लाल डागा, मुंबई के उमराव सिंह ओस्तवाल, नोखा साधुमार्गी जैन संघ के राकेश पींचा, नोखा संघ अध्यक्ष मदन लूणिया, विकास आदि ने शॉल, माला, प्रशस्ति पत्र से अभिनंदन किया। मुमुक्षुओं का उनके परिजनों ने भी बहूमान किया। मुमुक्षुओं का परिचय महेश नाहटा व महिला मंडल अध्यक्ष अमिता संचेती व संघ के मंत्री बाबूलाल तथा मुमुक्षु ने भी विचार व्यक्त किए। नोखा का श्री साधुमार्गी जैन संघ, श्रीसाधुमार्गी जैन महिला मंडल, श्री साधुमार्गी जैन समता युवा संघ, श्री साधुमार्गी जैन समता बालिका मंडल ने विभिन्न व्यवस्थाओं में सहभागिता निभाई।
पुस्तकों का विमोचन
मुमुक्षु अभिनंदन समारोह में श्री अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संघ से सम्बद्ध साधुमार्गी पब्लिकेशन व अहिंसा समता एवं प्राकृत संस्थान उदयपुर की ओर से प्रकाशित 6 पुस्तकों का विमोचन अतिथियों ने किया। इनमें नरक कोष दो भाग, नव सद्भाव पदार्थ, जैनाचार्य रामलालजी के प्रवचनों के संकलन ’’श्रद्धा एवं जयते’, धम्म श्रद्धा हृदय धरु, व महत्तम विज्ञान शामिल थी।
जैनाचार्य रामलालजी के जीवन पर प्रदर्शनी
जैनाचार्य रामलाल जी के दीक्षा के 50 वें वर्ष पर नोखा में र्य रामलाल जी के बाल्यकाल से लेकर अब तक के संयममय जीवन पर आधारित चित्रों, कट आउट की प्रदर्शनी लगाई गई। युवाचार्य व जैनाचार्य के रहते रामलाल जी ने अब तक 413 मुमुक्षुओं को दीक्षाएं दी है । संघ में वर्तमान में 486 साधु साध्वी मौजूद है। नोखा में 41 मुनि व 64 साध्वियां सहित 105 चरित्र आत्माएं मौजूद है।