दिल्ली चुनाव में केजरीवाल बनाम चुनाव आयोग, ये किस राह पर जा रहे AAP चीफ
नई दिल्ली , 31 जनवरी। यमुना के पानी में ‘जहर’ वाले बयान पर दिल्ली में सियासी घमासान तेज होता जा रहा है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग और मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यमुना के पानी में जहर वाले मुद्दे पर मुख्य चुनाव आयुक्त की ओर से आया जवाब हैरान करने वाला है। केजरीवाल ने कहा कि चुनाव आयोग ने मुझे नोटिस देकर सजा देने की धमकी दी है। अब मैंने उन्हें अपना जवाब दिया है।
केजरीवाल बोले- मैंने चुनाव आयोग को दिया जवाब
केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्लीवासियों को बहुत-बहुत बधाई। हम सबका संघर्ष रंग लाया। दिल्ली में जो जहरीला पानी भेजा जा रहा था, वो अब बंद हो गया। दिल्ली में आने वाले पानी में अमोनिया की मात्रा 7 ppm से घटकर 2 ppm हो गई है। अगर हम आवाज नहीं उठाते और संघर्ष नहीं करते, तो आज दिल्ली की आधी आबादी को पानी नहीं मिल रहा होता। हमने दिल्ली को बहुत बड़े पानी के संकट से बचा लिया।’ उन्होंने ये भी बताया कि चुनाव आयोग को मैंने जवाब दे दिया है।
#WATCH दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मैं दिल्ली के लोगों को ये खुशखबरी देना चाहता हूं कि आपका संघर्ष रंग लाया है। 15 जनवरी को ये 3.2 PPM था, उसके बाद उन्होंने शरारती तरीके से इसे 7 PPM कर दिया। जब मैंने और दिल्ली के लोगों ने शोर मचाया तो ये 7… pic.twitter.com/vPf6ZgxWWY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 31, 2025
केजरीवाल के निशाने पर हरियाणा सरकार
केजरीवाल ने बताया कि हरियाणा की बीजेपी सरकार पर यमुना के पानी को जहरीला बनाने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने चुनाव आयोग को नायब सिंह सैनी के खिलाफ कार्रवाई करने और सजा देने की चुनौती दी। यह पूरा मामला दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच सामने आया, जिसमें केजरीवाल ने बीजेपी पर दिल्ली की जनता को प्रभावित करने के लिए जानबूझकर पानी को दूषित करने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने अपने पत्र में सैनी पर गंभीर आरोप लगाए और मांग की कि 'जहरीली' यमुना के मुद्दे पर उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए।
चुनाव आयोग पर भी केजरीवाल ने उठाए सवाल
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि दिल्ली की सीएम आतिशी ने इस जल संकट को हल करने के लिए हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी से संपर्क किया, लेकिन कई प्रयासों के बावजूद, समस्या का समाधान नहीं हुआ। केजरीवाल ने पत्र में लिखा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री ने दिसंबर के आखिरी हफ्ते में हरियाणा के मुख्यमंत्री को फोन किया और उनसे अनुरोध किया कि या तो अमोनिया को कम करने के कदम उठाएं या उसे हल्का करने के लिए अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराएं। केजरीवाल ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री ने आतिशी को आश्वासन दिया कि वह आवश्यक कदम उठाएंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। बाद में, दिल्ली की मुख्यमंत्री ने उन्हें कई बार फिर फोन किया। कुछ कॉल के बाद, हरियाणा के मुख्यमंत्री ने दिल्ली की मुख्यमंत्री के कॉल रिसीव करना बंद कर दिया।
केजरीवाल ने CEC पर भी उठाई उंगली
केजरीवाल ने आगे कहा कि अगर हरियाणा सरकार और भ्रष्ट आचरण में शामिल बीजेपी नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो यह सभी के लिए बिल्कुल स्पष्ट हो जाएगा कि मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) जनहित से ज्यादा सत्ताधारी दल के हितों को ध्यान में रखते हैं। दुर्भाग्य से, मुझसे यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि मैं इस पर चुप रहूं और डर या एहसान की उम्मीद से इस लाइन का पालन करूं। आप मुखिया ने कहा कि मेरी एकमात्र चिंता दिल्ली के लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा है और मैं अपने लोकतांत्रिक सिद्धांतों की रक्षा के लिए लड़ूंगा। बीजेपी के निर्देश पर आप मुझ पर जो भी अवैध सजा देना चाहें, उसके लिए यह एक छोटी सी कीमत है, और मैं इसे खुले हाथों से स्वीकार करता हूं।
'जिस तेजी से CEC ने मेरे खिलाफ कार्रवाई की...'
अपने हमले को तेज करते हुए, केजरीवाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के जवाब को हैरान करने वाला करार दिया। पत्र में लिखा कि 'जिस तेजी से CEC ने मेरे खिलाफ कार्रवाई की है, जब मैं केवल बेहद जरूरी आम लोगों के जुड़े मुद्दे पर कार्रवाई कर रहा था और दिल्ली में एक बड़े सार्वजनिक संकट को टाल दिया है, वह हैरान करने वाला है। उतना ही हैरान करने वाला CEC का हरियाणा को दिल्ली के पानी को प्रदूषित करने से रोकने का निर्देश देने से इनकार करना भी है।' केजरीवाल ने पत्र में आगे कहा, 'मैं इस बात से भी हैरान हूं कि CEC ने चुनाव से ठीक पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री को दिल्ली के पानी को प्रदूषित करने से रोकने का कोई आदेश नहीं दिया। बल्कि, CEC ने मुझे ही परेशान करने का फैसला लिया।'
दिल्लीवासियों को बहुत-बहुत बधाई। हम सबका संघर्ष रंग लाया। दिल्ली में जो ज़हरीला पानी भेजा जा रहा था, वो अब बंद हो गया। दिल्ली में आने वाले पानी में अमोनिया की मात्रा 7 ppm से घटकर 2 ppm हो गई है। अगर हम आवाज़ नहीं उठाते और संघर्ष नहीं करते, तो आज दिल्ली की आधी आबादी को पानी नहीं… pic.twitter.com/9tNzvvr0zb
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 31, 2025
चुनाव आयोग ने क्या कहा था
चुनाव आयोग ने मामले में ट्वीट किया, 'पूरा आयोग, व्यक्तिगत आक्षेपों और चल रही आक्रामक रणनीति से प्रभावित हुए बिना, जवाब की विस्तार से जांच करने और योग्यता के आधार पर निर्णय लेने का फैसला किया।' यह बैठक चुनाव आयोग की ओर से केजरीवाल को भेजे गए नोटिस की पृष्ठभूमि में हुई। चुनाव आयोग ने केजरीवाल से शुक्रवार सुबह 11 बजे तक इन आरोपों का समर्थन करने वाले ठोस सबूत पेश करने का अनुरोध किया था।