दरिंदगी की हदें पार: विधवा महिला से 11 लोगों ने छह घंटे तक किया गैंगरेप, हालत गंभीर


झालावाड़, 31 मई। राजस्थान के झालावाड़ जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। गुरुवार रात को एक 35 वर्षीय विधवा महिला के साथ 11 दरिंदों ने बारी-बारी से छह घंटे तक सामूहिक बलात्कार किया। पीड़िता की हालत नाजुक बनी हुई है और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।




काम के बहाने बुलाया, फिर किया अपहरण
पुलिस के अनुसार, पीड़िता अपने पति की मृत्यु के बाद घर-घर जाकर काम करती है और बच्चों का पालन-पोषण कर रही थी। गुरुवार रात करीब 9 बजे वह काम से लौट रही थी, तभी बाइक पर आए दो युवकों ने उसे काम का बहाना बनाकर अपने साथ चलने को कहा। इसके बाद उन्होंने महिला का अपहरण कर लिया और जंगल की ओर ले गए, जहां आठ से नौ अन्य लोग पहले से मौजूद थे।


पेड़ से बांध कर किया गया अत्याचार
जंगल में ले जाकर महिला के हाथ-पैर बांध दिए गए और एक पेड़ से बांधकर करीब छह घंटे तक दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी गईं। महिला ने बताया कि अधिकतर आरोपी शराब के नशे में थे। जब वह बेहोश हो गई तो आरोपी उसे उसी हालत में छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस तक पहुंची तो टूटी सांसें
किसी तरह तड़के महिला पुलिस तक पहुंच पाई, लेकिन वहां पहुंचते ही वह बेहोश हो गई। होश आने के बाद महिला ने पूरी घटना की जानकारी दी, जिसके आधार पर पुलिस ने 11 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल अकलेरा थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
एसपी हुईं सक्रिय, सर्च ऑपरेशन जारी
घटना की जानकारी मिलते ही झालावाड़ एसपी स्वयं सक्रिय हुईं और आरोपियों की तलाश के लिए एक विशेष टीम गठित की गई। पूरे क्षेत्र में सघन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
समाज और कानून व्यवस्था पर सवाल
इस अमानवीय घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर महिलाएं कब सुरक्षित होंगी? क्या मेहनत से अपने बच्चों का पेट पालने वाली एक विधवा महिला भी हमारे समाज में सुरक्षित नहीं है?
हमारी अपील: दोषियों को मिले कड़ी सजा
थार एक्सप्रेस की मांग है कि इस मामले में दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। सरकार और प्रशासन को भी चाहिए कि पीड़िता को समुचित सुरक्षा, चिकित्सा और आर्थिक सहायता तत्काल मुहैया कराई जाए।