महर्षि दयानन्द सरस्वती का निर्वाणोत्सव और शारदीय नवसयेष्टि – दीपावली पर्व समारोह पूर्वक मनाया गया
बीकानेर , 1 नवम्बर। आर्यसमाज, महर्षि दयानन्द मार्ग( पुरानी जैल रोड), बीकानेर में आर्य समाज के प्रवर्तक महर्षि दयानन्द सरस्वती का 141 वां निर्वाणोत्सव आज कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या (1 नवम्बर, 24) और शारदीय नवसस्येष्टि (दीपावली) पर्व आज 1 नवम्बर शुक्रवार को प्रात: 9.00 से 11.00 बजे तक समारोहपूर्वक मनाया गया। आज नरसिंह आर्य और उनके पौत्र अनिल दंपति के यज्ञमानत्व तथा डॉ केसर मल के ब्रह्मत्व में वेद मन्त्रों से यज्ञ हुआ।
समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ चंद्र शेखर , प्रोफ़ेसर इतिहास, श्री डूंगर महा विद्यालय, बीकानेर ने महर्षि दयानन्द का आजादी में महत्तवपूर्ण योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि उनके द्वारा रचित अनमोल ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश क्रान्तिकारियों के लिए स्वतंत्रता , स्वाभिमान व स्वदेशी राज्य की स्थापना की प्रेरणा का मुख्य स्त्रोत रहा। प्रधान महेश आर्य, सत्यश्रुत उपाध्याय, गौतम सिंह आदि ने भी स्वामी जी के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला। श्रीमती रूपा , ऊषा , कंचन ,अमिता, सीमा ,गायत्री , लक्ष्मी , पुष्पा , नीलू आदि ने भजनों के माध्यम से स्वामी जी के योगदान का गुणगान किया।
इस अवसर पर ओम प्रकाश (अजमेर) , प्रोफेसर डॉ चंद्र शेखर , श्रीमती सुमन प्रधानाचार्या, डॉ सात्विक का मेडिकल में PG के लिए चयनित होने पर, कार्तिक का JRF में और ध्रुव का डी आई टी देहरादून में अध्ययन करने पर ओम पट्टिका से अभिनंदन किया गया।
नरसिंह आर्य सोनी के 88 वें जन्म दिन पर उपस्थित महानुभावों ने उनके स्वस्थ औऱ शतायु जीवन की कामना करते हुए ओम पट्टिका से हार्दिक अभिनंदन किया। संचालन भगवती प्रसाद ने किया। शांति पाठ पश्चात वेदिक उद्घोष के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। यज्ञ शेष नरसिंह की तरफ से हुवा।