जैन व मलयाली जोड़ें का विवाह जैन संस्कार विधि से सम्पन्न
मुम्बई , 20 नवम्बर। चांनोड निवासी मुंबई प्रवासी नगराज मरलेचा क़े सुपुत्र दिव्येश मरलेचा एवं मन्नारकड़ निवासी मुंबई प्रवासी कृष्णराज नायर की सुपुत्री सुश्री काव्या नायर का पाणिग्रहन संस्कारक निर्मल बेग़वानी एवं आदित्य मांडोत जैन संस्कार विधि से करवाया।
कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र क़े उच्चारण और मंत्र गीत क़े साथ निर्मल बेगवानी ने करवाया । तत्पश्चात सिलसिलेवार तरीके से मंगलभावना यंत्र की स्थापना दूल्हे एवं दुल्हन से करवाई गई। संस्कारक आदित्य मांडोत ने बहुत ही शानदार और जोशीले अंदाज मे मंगल भावना यंत्र की पूर्ण जानकारी और उसके महत्व के बारे मे बताया ।
संस्कारक निर्मल बेग़वानी एवं आदित्य मंडोत ने भावनापूर्वक तरीके से मंत्रो का उच्चारण किया एवं लोगो को भी करवाते हुए मंत्रो का अर्थ बताया। जब सप्त पदी क़े वचनों का वचन दिलवाया तब जो लोग मौजूद थे वे काफ़ी मन से जुड़े और उन्हें इसका अर्थ भी साथ ही साथ समझाने का प्रयास किया गया।
अंत मे लोगो ने सामर्थ्य अनुसार आध्यत्मिक दक्षिणा क़े रूप मे संकल्प लिये विशेष बात यह थी की वर पक्ष मंदिरमार्गी जैन थे वहीँ बधु पक्ष मलयाली थे।