आचार्यश्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी के सान्निध्य में सामूहिक क्षमापन समारोह रविवार को
बीकानेर, 21 सितम्बर। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के आचार्यश्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी के सान्निध्य में रविवार को समग्र जैन समाज की प्रतिनिधि संस्था जैन महासभा की ओर से सुबह नौ बजे बागड़ी मोहल्ले की ढढ्ढा कोटड़ी में सामूहिक क्षमापना समारोह होगा। समारोह में जैन समाज के विभिन्न पंथों के मुनिगण , साध्वीगण व श्रावक-श्राविकाएं शामिल होंगे।
शनिवार को श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट व श्री जिनेश्वर युवक परिषद की ओर से राष्ट्रीय स्तर की खरतरगच्छ से संबंधित संस्थाओं यथा खरतरगच्छ वसई, पालीतणा, गुजरात श्री विचक्षण जैन विद्यापीठ, केवल्य धाम, अखिल भारतीय खरतरगच्छ संघ प्रतिनिधि सभा, श्री खरतरगच्छ सहस्त्राब्दी समारोह,वमिति के पदाधिकारियोंव व प्रतिनिधियों ने आचार्यश्री, मुनि व साध्वीवृंद की गुरुवंदना की साल भर में हुइ्र्र भूलों व गलतियों के लिए क्षमायाचना की। बीकानेर के श्री चिंतामणि जैन मंदिर, श्री भांडाशाह जैन मंदिर, आदिश्वर मंदिर आदि जिनालयों में दर्शन वंदन किया।
महावीर कॉलेज फॉर बेसिक नॉलेज के तहत बच्चों का शिविर
आचार्यश्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी के सान्निध्य में महावीर कॉलेज फॉर बेसिक नॉलेज के तहत रविवार को सुबह नौ बजे से साढ़े दस बजे तक करे रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में बच्चों का शिविर आयोजित किया जाएगा। शिविर में ज्ञान वाटिका सहित अनेक बच्चे शामिल होंगे।
मन को नियंत्रित करें
आचार्यश्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी ने धर्मचर्चा में कहा कि मन की शक्ति को नियंत्रित करें तथा मन को शुभ भाव व शुभ विचार साथ देव, गुरु व धर्म में लगावें। मन को शांत व प्रसन्न रखें। किसी से भी दुर्भावना नहीं रखे। बीकानेर के मुनि सम्यक रत्न सागर ने आचार्यश्री की ओर से धर्मचर्चा में प्रस्तुत विषय का विस्तार किया। धर्मसभा में रायपुर के श्री खरतरगच्छ संध प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष प्रकाश चंद सुराणा, सुपार्श्वचन्द्र गुलेच्छा व सुपार्श्वचन्द्र गोलेछा ने विचार व्यक्त किए।
तपस्या की अनुमोदना
आचार्यश्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी के सान्निध्य में तपस्या करने वाले सत्व रत्न सागर के 22 दिन की, चिराग सुराणा के 31 दिन की तथा अंतर देवी बोथरा की 32 दिन की तपस्या की अनुमोदना की।
इनका हुआ सम्मान
आचार्यश्री के सान्निध्य में अखिल भारतीय खरतरच्छ प्रतिनधि सभा के अध्यक्ष प्रकाश चंद सुराणा (रायपुर), केवल्य धाम,श्री विचक्षण जैन विद्यापीठ के ट्रस्टी जगदलपुर के मदन चंद पारख, रायपुर के सुरेश चंद कांकरिया, चार्टेड एकाउंटेंट प्रकाश चंद मालू, रायपुर के त्रिलोकचंद पारख, निर्मलजी मुणोत, रायपुर के श्याम सुन्दर वैदमूथा, श्रीमती सीमा, संघवी राजेन्द्र पारख, रायपुर के सुपार्श्वच्द्र गोलेछा, सम्पतजी झाबक, खरतरगच्छ सहस्त्राताब्दी महोत्सव समिति के संयेजक ललित नाहटा, व कोषाध्यक्ष सोनेछ जैन, दिल्ली, सांचोर के मांगीलाल बोथरा कानूनगो, श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की महिला प्रकोष्ठ की मंत्री व श्री ज्ञान विचक्षण महिला मंडल की कोषाध्यक्ष श्रीमती कमलेश भंडारी, श्री ज्ञान विक्षण महिला मंडल की संयुक्त सचिव श्रीमती अमिता भंडारी का अभिनंदन किया गया।
अभिनन्दन श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा, श्री जिनेश्वर युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मुसरफ, मंत्री मनीष नाहटा, श्री खरतरगच्छ सहस्तशबाब्दी समिति के राष्ट्रीय संयोजक ललित नाहटा, राजस्थान संस्कृत अकादमी की पूर्व अध्यक्ष डॉ.सरोज कोचर व श्रीमती संतोष नाहटा, श्रीमती पारख ने श्रीफल, दुपटा , स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया। डॉ.सरोज कोचर का भी राजस्थान संस्कृत अकादमी के अध्यक्ष पद पर रहते हुए जैन पांडुलियों के अध्ययन, संरक्षण आदि कार्यों के लिए अभिनंदन किया गया।