बजट घोषणाओं का समयबद्ध क्रियान्वयन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता, अधिकारी समझें इसकी गंभीरता-चिकित्सा मंत्री
- प्रभारी मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने ली अधिकारियों की बैठक
बीकानेर, 10 सितंबर। चिकित्सा मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन सहित विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा की।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं और बजट घोषणाओं का समयबद्ध क्रियान्वयन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रत्येक अधिकारी इसकी गंभीरता समझते हुए पूर्ण जिम्मेदारी से कार्य करें। प्रत्येक घोषणा का समयबद्ध कार्यक्रम निर्धारित करते हुए शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। इसमें किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला स्तर पर इन घोषणाओं की नियमित मॉनिटरिंग हो। आवश्यकता के अनुसार उच्च स्तर पर भी समन्वय रखा जाए।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिले में सोलर पार्क विकास से जुड़े कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से करें। इससे जिले में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने मातृ वन की स्थापना की प्रगति जानी और कहा कि मातृ वन में पौधारोपण के प्रति अधिक से अधिक जागरूकता लाएं। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जन सहयोग से मातृ वन विकसित किए जाएं। ऐसे पौधे लगाएं, जो इस क्लाइमेट के अनुकूल हों।
प्रभारी मंत्री जिले से संबंधित 90 घोषणाओं की विभागवार समीक्षा की और प्रत्येक घोषणा की स्थिति के बारे में जाना। उन्होंने बजट घोषणाओं से संबंधित भूमि आवंटन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए, जिससे क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं का विकास किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घोषणा के क्रियान्वयन को नियमित फॉलो किया जाए।
प्रभारी मंत्री ने जिला अस्पताल के उन्नयन, इंजीनियरिंग कॉलेज को राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रूप में विकसित करने, ई-बस संचालन के लिए टर्मिनल निर्माण, वन डिस्ट्रिक्ट वन स्पोर्ट्स, बालिका सैनिक स्कूल, वेद महाविद्यालय और स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना, एंटी रोमियो स्क्वायड के गठन और नए आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना सहित अन्य घोषणाओं की प्रगति जानी।
चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह ने कहा कि मानसून के बाद सड़क बनाने और मरम्मत के कार्य प्राथमिकता से किए जाएं। रामपुरा आरयूबी और लालगढ़ क्षेत्र में बन रहे आरओबी निर्माण की स्थिति जानी और इन कार्यों को कार्य शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि गत दिनों हुई बरसात का तहसीलवार आंकड़ा उपलब्ध करवाया जाए। साथ ही बरसात के कारण सड़कों, स्कूलों, अस्पतालों, कैनाल और घरों आदि को हुए नुकसान की रिपोर्ट दी जाए। साथ ही गिरदावरी रिपोर्ट भी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए, जिससे नियमानुसार सहायता राशि उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने जिले में उद्घाटन और लोकार्पण योग्य कार्यों की जानकारी ली और बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और प्रशासनिक कार्यालयों से जुड़े कार्यों के लिए तीन-तीन करोड रुपए स्वीकृत किए गए हैं। संबंधित विधायक के माध्यम से इनकी अभिशंसा करवाई जाए। उन्होंने 17 सितंबर को होने वाले रोजगार उत्सव की तैयारी के बारे में जाना और कहा कि इसका आयोजन वृहद स्तर पर किया जाए।
खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि सीमांत क्षेत्र से जुड़ी बजट घोषणाओं की विशेष मॉनिटरिंग की जाए, जिससे स्थानीय लोगों को इनका अधिक से अधिक लाभ मिले। उन्होंने नहरी तंत्र सुदृढ़ीकरण से जुड़े कार्यों के बारे में जाना।
बीकानेर (पूर्व) विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी ने गंदे पानी के निस्तारण से जुड़ी डीपीआर शीघ्र बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन द्वारा रोड सेफ्टी से जुड़ा अभियान वृहद स्तर पर चलाया जाए।
बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास ने मुरलीधर व्यास कॉलोनी के बालिका महाविद्यालय के लिए भूमि आवंटन, रीको क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं की वृद्धि करने, शहरी क्षेत्र में के सार्वजनिक उद्यान में पौधे लगाने के अलावा गंगाशहर पुलिस वृत्ताधिकारी कार्यालय के जमीन आवंटन कार्यवाही शीघ्र करने के लिए कहा।
जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने विभागवार प्रगति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर इनकी नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है।
इस दौरान संभागीय आयुक्त श्रीमती वंदना सिंघवी, पुलिस अधीक्षक श्रीमती तेजस्विनी गौतम, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहनलाल, नगर निगम आयुक्त मनीष मयंक, नगर विकास न्यास सचिव डॉ अपर्णा गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।