मां का दिशा बोध -बेटी की उड़ान कार्यशाला का आयोजन हुआ
बीकानेर , 1जनवरी। मां का वात्सल्य और संस्कार ही बेटी की उड़ान का कारण होते हैं यह विचार शासन श्री साध्वी श्री शशि रेखा जी ने रविवार को गंगाशहर महिला मंडल भवन में “मां का दिशा बोध -बेटी की उड़ान” कार्यशाला के आयोजन में रखे। साध्वी ललित कला जी ने कहा कि जब भी बच्चे किसी भी मुसीबत में या दर्द में होते हैं उनके मुंह से एक ही नाम निकलता है और वह है मां का।
कार्यशाला में मां बेटी ने गीत ,कविता ,लघु नाटिका, संवाद के माध्यम से रोचक प्रस्तुति दी । बहनों ने बहुत उत्साह के साथ भाग लिया। साथ ही मिलेट- प्रतियोगिता में बहनों ने लजीज पकवान बनाकर सुन्दर ढंग से सजाया।
प्रतियोगिता का कुशल संचालन श्रीमती श्रिया गुलगुलिया व श्रीमती रेणु बाफना ने किया। मां बेटी प्रतियोगिता की जज श्रीमती नयनतारा छल्लानी व श्रीमती शारदा डागा थी। Millet magic प्रतियोगिता की जज श्रीमती मीनाक्षी आंचलिया व श्रीमती सुषमा छल्लानी थी। मां बेटी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान – कविता दृष्टि चोपड़ा, द्वितीय सरिता रुबी लुणिया व तृतीय विनीता रुही बांठिया रही।
Millet magic प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कविता चोपड़ा, द्वितीय प्रेम बोथरा व तृतीय पिंकी चोपड़ा व सोनाली भूरा ने प्राप्त किया। अध्यक्ष संजू लालानी ने बताया कि सभी प्रतिभागियों को मंडल की तरफ से पुरस्कृत किया गया। मंत्री मीनाक्षी आंचलिया ने बताया कि आगामी 12 जनवरी को अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में मेरा परिवार मेरे जिम्मेदारी संभागीय कार्यशाला का आयोजन भी किया जाएगा।