सेमेस्टर प्रणाली में बहु-वैकल्पिक प्रश्न छात्रों को गुणात्मक विकास की ओर अग्रसर करेंगे -आचार्य दीक्षित

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बीकानेर , 30 अक्टूबर। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर में शनिवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु कार्यशाला आयोजित हुयी। शैक्षणिक सत्र 2023-24 से स्नातक प्रथम वर्ष में लागू की गई सेमेस्टर प्रणाली के अनुसार परीक्षा आयोजित कराने के लिए प्रश्न पत्र तैयार करवाने की विधि तथा अन्य परीक्षात्मक कार्यवाही की जानकारी प्रदान करने हेतु इस कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता विश्वविद्यालय कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने की।
विश्विद्यालय मीडिया प्रभारी डाॅ. मेघना शर्मा ने बताया कि संकायाध्यक्ष, अध्ययन बोर्ड के संयोजक एवं अध्ययन बोर्ड सदस्यों की आयोजित कार्यशाला में आचार्य मनोज दीक्षित ने अपने सम्बोधन में कहा कि विद्याथियों का वर्तमान समय में प्रतियोगी परीक्षाओं में बहु-वैकल्पिक प्रश्नों के आधार पर मूल्यांकन किया जा रहा है। उसी प्रकार एन.ई.पी. की भावनानुसार बहु-वैकल्पिक प्रश्नों का निर्माण, संरक्षणा एवं विषय वस्तु को समाहित करते हुए विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाओं में भी बहु-वैकल्पिक प्रश्नों के आधार प्रश्न पत्रों का निर्माण करवाया जा रहा है जो छात्र हितार्थ है।

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विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य है कि विद्याार्थियों का मूल्यपरक शिक्षा के साथ-साथ गुणात्मक सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि दैनिक जीवन में कौशल, व्यक्तित्व के सभी पहलुओं को समझना आवश्यक है। इसके माध्यम से विद्यार्थी जिम्मेदारी, उत्तम दिशा की ओर जीवन का महत्व, लोकतांत्रिक तरीके से जीवन यापन, संस्कृति की समझ, महत्वपूर्ण सोच आदि को समझ सकते है। आज के समय का मुख्य उद्देश्य अधिक नैतिक और लोकतांत्रिक समाज बनाना है।
कार्यशाला के प्रभारी प्रो. राजाराम चोयल एवं नोडल अधिकारी प्रो. नरेन्द्र भोजक ने कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यशाला के सहभागियों को अवगत कराया कि सेमेस्टर परीक्षा समय पर आयोजित एवं बहु-वैकल्पिक प्रश्नों के निर्माण एवं उनकी संरक्षण हेतु एक ‘निर्देशिका-बुक’’ तैयार की गई है जिसका विमोचन आज माननीय कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित, समस्त संकायाध्यक्ष एवं कुलसचिव अरूण प्रकाश शर्मा द्वारा किया गया । उक्त निर्देशिका में प्रश्न पत्र निर्माण के संबंध में सभी तथ्यों का इंगित किया गया है।

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इस अवसर पर विश्वविद्यालय कुलसचिव अरूण प्रकाश शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय सदैव ही विद्यार्थी हित को सर्वोपरी रखते हुए उनके गुणात्मक सुधार एवं वर्तमान आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम तैयार करवाया गया है।
कार्यशाला में प्रो. राजाराम चोयल, प्रो. नरेन्द्र भोजक, प्रो. दिव्या जोशी, डाॅ. एच.एस. भण्डारी एवं डाॅ. पंकज जैन द्वारा बहु-वैकल्पिक प्रश्नों के निर्माण विधि को ज्ञान, एनाजिटिक्स, सिन्थेसिस संरचना एवं एप्लीकेशन के आधार पर बनाने की विधि को उदाहरणों सहित जानकारी प्रदान की गई।
कार्यशाला का संचालन अतिरिक्त कुलसचिव डाॅ. बिट्ठल दास बिस्सा द्वारा किया गया।

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