नूतन गुरु श्री विजय शांति सूरिश्वर मंदिर ( मिनी मांडोली) में प्रतिमाएं गर्भगृह विराजमान
मूर्तियों का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव 10 से 12 फरवरी
बीकानेर, 25 जनवरी। गंगाशहर में कुम्हारों के मोड़ पर बन रहे नूतन गुरु मंदिर ’’मिनी मांडोली’’ में योगीराज आचार्य श्री विजय शांति सूरिश्वरजी की तीन प्रतिमाओं को पूर्णिमा गुरुवार को स्नात्र पूजा,शांति कलश व दीप स्थापना जैन विधि के अनुसार कर गर्भगृह में विराजमान किया गया।
मंदिर का निर्माण श्री रिद्धकरण, सूरजदेवी सिपानी चैरिटेबल ट्रस्ट, श्री हनुमानदास, पन्नालाल सिपानी परिवार ने करवाया है। जालौर के मांडोली स्थित गुरु शांति सूरिश्वरजी के मंदिर जैन तीर्थस्थल की हूबहू आकृति में उसी शैली में बनी मिनी मांडोली में मूर्तियों का तीन दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव 10 से 12 फरवरी तक गच्छाधिपति नित्यानंद सूरिश्वरजी के सान्निध्य में होगा। गच्छाधिपति के सहवृति मुनि व साध्वीवृंद के साथ जम्मू से पैदल उग्र विहार करते हुए 8 या 9 फरवरी को बीकानेर पहुंचेंगे।
गुरुवार को लीलम चंद-सरोज देवी, शांति देवी, मांगी देवी, शशि प्रभा कोचर, श्रीमती चम्मू-सरोज ,गट्टू खजांची, गौतम, मनीष, विनय, ऋषभ व अर्हम सिपानी आदि ने स्नात्र पूजा मेंं सभी 24 जैन तीर्थंकरों के जन्म कल्याणक का स्मरण वंदन किया तथा शांति गुरुदेव व अन्य अधिष्ठायक देवी देवताओं देवी सरस्वती, माता पदमावती का ध्यान व नमन करते हुए सबके मंगलमय, प्रगतिमय व सुखमय जीवन की प्रार्थना की।
इस अवसर पर जैन श्वेताम्बर तपागच्छ, तेरापंथ, पार्श्वचन्द्र गच्छ, साधुमार्गी जैन संघ खरतरगच्छ, के महेन्द्र बरड़िया, ऋषभ सेठिया, कंवर लाल बांठिया, राहुल गुलगुलिया, विकास सेठिया, निर्मल बेगानी, जितेन्द्र भंसाली, सुमति सिपानी, मनीष मालू, मंदिर के इंजीनियर, चलवा, सिरोही के नारायण प्रजापत व दिलीप कुमार, आर्कटेक कन्हैयालाल सोमपुरा सहित अनेक गणमान्य श्रावक-श्राविकाओं भागीदारी निभाते हुए मंगल कामना की। सिपानी परिवार की ओर से प्रभावना व अल्पाहार से सभी का अभिनंदन किया।
वरिष्ठ श्रावक लीलम सिपानी ने बताया कि मंदिर का निर्माण कार्य गुरु भक्त गौतम सिपानी की देखरेख में पूर्णता की ओर है। तीन दिवसीय मिनी मांडोली मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव की शुरूआत 10 फरवरी शनिवार को कुंभ व दीपक स्थापना, क्षेत्रपाल, देवी पट्ट पूजन,गुरुमूर्ति एवं गुरु, देवी देवताओं की प्रतिमाओं के अभिषेक से होगी। शाम को साढ़े सात बजे भक्ति संगीत संध्या में पीन्टू स्वामी भजनों की प्रस्तुति देंगे।
महोत्सव के दूसरे दिन 11 फरवरी रविवार को सुबह साढ़े सात बजे मंगल प्रतिष्ठा कार्यक्रम शुरू होगा। सुबह साढ़े आठ बजे श्री शांति जिन पूजन, सुबह नौ बजे धर्मसभा व उसके बाद दोपहर साढे़ ग्यारह बजे तेरापंथ भवन में साधार्मिक वात्सल्य का आयोजन होगा । सिपानी ने बताया कि 12 फरवरी सोमवार को शुभ मुर्हूत में द्वार का उद्घाटन व सुबह साढ़े नौ बजे श्री शांति गुरुदेव की पूजा होगी। सभी पूजाएं अहमदाबाद के विधिकार्य कल्पेश भाई पंडित करवाएंगे।