ठगी का नया तरीका, महिलाओं को प्रेग्नेंट करने का झांसा

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  • आर्मी ऑफिसर बन ठगों को ही ठग लिया; कॉल कर कहा-तुम्हारे मकान नहीं टूटेंगे

भरतपुर , 6 अगस्त। राजस्थान में ठगी का अनोखा तरीका सामने आया है। महिलाओं को प्रेग्नेंट करने का झांसा देकर नाबालिग से लोगों से ठगी की। वहीं एक दूसरे मामले में एक ठग ने बीएसएफ का अधिकारी बनकर साइबर ठगों को ही ठग लिया। उसने कॉल कर साइबर ठगों से कहा कि तुम मुझे पैसे दोगे तो तुम्हारे मकान नहीं टूटेंगे। पुलिस ने मामले में नाबालिग को डिटेन किया है, वहीं अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

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दरअसल, पुलिस को सूचना मिली कि एक लड़की को प्रेग्नेंट करने का हवाला देकर लोगों से ठगी की जा रही है। ठग कहता है कि लड़की से मिलने के लिए सिर्फ रजिस्ट्रेशन करवाना होगा, जिसका चार्ज 550 रुपए है।

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सोशल मीडिया पर पोस्ट में एक युवती को दिखाया गया है और मोबाइल नंबर भी पोस्ट किए है। जिससे लोग ठग से सीधे संपर्क कर रजिस्ट्रेशन करवा सके। यह ठगी एक 13 साल का बच्चा कर रहा था, जिसे भरतपुर पुलिस ने डिटेन किया है।

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सोशल मीडिया पर पोस्ट में एक युवती को दिखाया गया है और मोबाइल नंबर भी पोस्ट किए

भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने बताया- डीग जिले में लगातार ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत कार्रवाई की जा रही है। पुलिस की कार्रवाई के कारण साइबर ठग डरे हुए है। लेकिन वो दिनोंदिन ठगी के नए तरीके भी तलाश रहे है। इसमें सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है।

उन्होंने बताया- फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया पर नाबालिग की ओर से पोस्ट की जा रही थी। इसमें पुरुषों को युवती के जरिए फंसाकर ठगी को अंजाम दिया जा रहा था। हालांकि मामले में सूचना के आधार पर नाबालिग को डिटेन कर संरक्षण में भेज दिया है। उसके बाद साइबर ठग GST और अन्य चार्ज बताकर एक व्यक्ति से 5 से 6 हजार रुपए ठग लेते हैं। इस तरीके से बहुत से लोग झांसे में आते रहते हैं। इससे साइबर ठगों की मोटी आमदनी हो जाती है।

धर, ठगों से ठगी करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

भरतपुर रेंज की स्पेशल टीम ने एक ऐसी गैंग को भी पकड़ा है। जो BSF का अधिकारी बनकर साइबर ठगों से ठगी करती थी। आईजी ने बताया- एक व्यक्ति फरीद निवासी अलवर ने अपना सोशल मीडिया प्रोफाइल पर आर्मी की वर्दी पहनकर फोटो लगाए हुए हैं। वह साइबर ठगों से बीएसएफ की स्पेशल टीम का इंचार्ज बताकर संपर्क कर रहा था।

आरोपी साइबर ठगों से कहता था। उनके मकान नहीं टूटेंगे। साथ ही पुलिस कार्रवाई से उनका नाम निकाल दिया जाएगा। इस तरह का झांसा देकर उनसे पैसे लेने की कोशिश कर रहा था। इसका पता लगने के बाद आरोपी की कॉल रिकॉर्डिंग की गई। उसके और शिकायतों के आधार पर इसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इसके साथ दो साथी और भी हैं उन्हें भी गिरफ्तार किया गया है। उनके नाम तौफीक और अलीशेर हैं। यह तीनों अलवर के रहने वाले हैं। पिछले कुछ हफ्तों से हमारे इलाके में सक्रिय थे और साइबर ठगों से ठगी करने की कोशिश कर रहे थे।

ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत कार्रवाई, ठिकानों पर चल सकता है बुलडोजर

आईजी राहुल प्रकाश ने भरतपुर रेंज में साइबर ठगी को रोकने के लिए ऑपरेशन एंटी वायरस चलाया हुआ है। जिसके तहत साइबर ठगों को पकड़ा जा रहा है। साथ ही ऐसे साइबर ठगों के मकानों पर भी कार्रवाई की जा रही है। जिन्होंने साइबर ठगी के पैसे से सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण किया हुआ है। ऐसे साइबर ठगों को पुलिस चिह्नित कर प्रशासन द्वारा नोटिस देती है उसके बाद अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की कार्रवाई की जाती है। पुलिस की इस कार्रवाई का सहारा लेकर तीनों आरोपी साइबर ठगों को अपना निशाना बना रहे थे। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

 

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