श्रीडूंगरगढ़ हत्याकांड में नया खुलासा तीन भाईयों ने मिलकर बहन और उसके दोस्त की हत्या कर दी
बीकानेर ,5 अप्रैल। बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में पिछले दिनों पति-पत्नी की हत्या के मामले कई नए खुलासे हो गए हैं। पहला खुलासा ये हुआ है कि दोनों पति-पत्नी नहीं थे, बल्कि लीव इन रिलेशनशिप में रहते थे। इसी रिलेशनशिप से नाराज महिला के तीन भाईयों ने मिलकर बहन और उसके दोस्त को मौत के घाट उतार दिया। खास बात ये है कि पुलिस ने पहले तो दुर्घटना को हत्या साबित करते हुए एक जने की गिरफ्तारी की और बाद में इसी हत्याकांड में लिप्त दो और जनों का पता लगाया। अब तक कुल तीन गिरफ्तार हो चुके हैं।
क्या नया खुलासा हुआ ?
पहले ये बताया गया था कि हेतराम और लाली दोनों पति-पत्नी है और दोनों के बीच शराब को लेकर विवाद हुआ तो लाली की हत्या हेतराम ने कर दी और गुस्से में आकर मनोज ने हेतराम को मार दिया। जबकि हकीकत ये है कि लाली और हेतराम पति-पत्नी नहीं थे, दोनों लीव इन रिलेशनशिप में थे। दोनों के इस संबंध को लेकर भाई मनोज को ताने मारे जाते थे। इसी से नाराज होकर मनोज ने लाली के चचेरे भाई मूलाराम नायक निवासी लाखनसर और केसुराम नायक निवासी कानासर को साजिश में शामिल करके दोनों की हत्या कर दी।
ऐसी रची साजिश
मनोज की रिश्तेदारी में 19 फरवरी को शादी थी। इसी दौरान किसी ने लाली के चाल चलन को लेकर ताना मारा। उसी दिन मनोज और मूलाराम ने तय कर लिया कि दोनों की हत्या करनी है। इस प्लान में बाद में केशुराम को शामिल किया गया। योजना बनाई कि 8 मार्च को शिवरात्रि के दिन लाली और हेतराम को आडसर गांव में शिव धोरे में बुलाया जाये। कार्यक्रम तय हो गया, लाली और मनोज भी आने के लिए तैयार हो गए। मनोज ने देराजसर से हेतराम और लाली को बुलाया। और इन्हें श्रीडूंगरगढ़ से अपने साथ ही चलने को कहा। लाली और हेतराम देराजसर में लीव इन में रहते थे। दोनों श्रीडूंगरगढ़ घुमचक्कर पहुंचे और यहां मनोज ने हेतराम को जमकर शराब पिलाई। इसके बाद तीनों बाइक पर बैठकर आडसर की ओर रवाना हो गए। बाइक मनोज ही चला रहा था। मनोज ने तोलियासर में शराब की 3 बोतल और ली व हेतराम को फिर शराब पिलाई। इस दौरान लाली व हेतराम में शराब को लेकर झगड़ा हुआ परन्तु मनोज ने शिवरात्रि का कहकर और शराब पिला दी।
पहले से तैयार थे दो भाई
अपने तय प्लान के अनुसार मूलाराम व केशुराम पहले से ही तोलियासर के आगे मर्डर वाले स्थान पर पहुंच चुके थे। मनोज ने उस स्थान पर पहुंचते ही पेशाब करने का बहाना बनाया और गाड़ी रोकी। तभी पहले से ही तैयार मूलाराम व केशुराम और मनोज ने दोनों की हत्या कर दी। हत्या के बाद इन्होंने मर्डर को दुर्घटना दिखाने के लिए बाइक को तोड़ा। और लाली के शव को 80 मीटर दूर झाड़ियों में फेंक दिया। इसके बाद तीनों वहां से फरार हो गए।
थानाधिकारी की समझदारी
थानाधिकारी इंद्रकुमार ने बहुत ही तरीके से इस दुर्घटना को मर्डर साबित कर दिया। पुलिस को तीन मुद्दों पर ये मर्डर प्रतीत हुआ। पहला मोटर साइकिल का स्टेंड लगा हुआ था। दूसरा हेलमेट इस तरह टूटा हुआ था जैसे किसी चीज से तोड़ा गया है। तीसरा सीसीटीवी फुटेज में तीन जनों का दिखना।
इस टीम ने किया कमाल
इस हत्याकांड का राज खोलने में जिन पुलिसकर्मियों की विशेष भूमिका रही, उनमें एसआई धर्मपाल, एएसआई रविंद्र सिंह, सीआई रीडर लेखराम, महिला कांस्टेबल धापा, कॉन्स्टेबल अनिल, रामनिवास, राजवीर, गोगराज शामिल है।