राजस्थान सहित 8 राज्यों में NIA की छापेमारी


पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वालों पर एक्शन, मोबाइल-लैपटॉप किए जब्त




जयपुर ,1 जून। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने राजस्थान सहित 8 राज्यों में छापे मारे हैं। एजेंसी पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वालों पर कार्रवाई कर रही है। इस ऑपरेशन को गोपनीय रखा गया है। इस दौरान बड़ी संख्या में संदिग्ध लोगों और उनसे मिले गैजेट्स की जांच की जा रही है। एनआईए का एक्शन शनिवार सुबह शुरू हुआ था।


राजस्थान में 3 जगहों पर सर्च
एनआईए के सूत्रों के अनुसार जासूसी के शक में राजस्थान के तीन जगहों पर छापेमारी की गई है। हालांकि, ये साफ नहीं है कि टीमें किन शहरों में पहुंची हैं।राजस्थान के अलावा दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, असम और पश्चिम बंगाल राज्यों में 15 ठिकानों पर छापेमारी की गई है। संदिग्धों के घरों, कार्यालयों में दबिश दी गई है। सर्च के दौरान एनआईए की टीम को कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, पैसों का ट्रांजैक्शन, मोबाइल कॉल डिटेल, मोबाइल से फोटो और मैसेज रिकवर हुए हैं। इस दौरान डिटेन किए गए लोगों से पूछताछ की जा रही हैं।
राजस्थान से पकड़े गए 2 जासूस भाई
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाले मोहम्मद कासिम (32) के बड़े भाई मोहम्मद हसीन (34) को दिल्ली की स्पेशल सेल ने डिटेन कर लिया है। हसीन को डीग जिले के नगर इलाके से पकड़ा है। पुलिस हसीन को लेकर दिल्ली गई है। वहां पहले से पुलिस कस्टडी में चल रहे कासिम और हसीन से पाकिस्तान कनेक्शन को लेकर पूछताछ की जाएगी। जानकारी के अनुसार- दिल्ली से शुक्रवार को स्पेशल सेल टीम डीग जिले के पहाड़ी थाना इलाके के गंगौरा गांव पहुंची थी। यह कासिम और हसीन का गांव है। भाई कासिम के गिरफ्तार होने के बाद से ही हसीन फरार हो गया था। कई जगह तलाश करने के बाद शुक्रवार शाम को स्पेशल सेल को उसके डीग के नगर इलाके में होने का इनपुट मिला था। इसके बाद पुलिस ने नगर से हसीन को डिटेन कर लिया।
कासिम ने बताया- हसीन भी पाकिस्तान भेजता था खुफिया जानकारी
पाकिस्तानी जासूस मोहम्मद कासिम पहले दिल्ली रहता था, जहां किडनैप केस में गिरफ्तार हुआ था और 5 साल तिहाड़ जेल में सजा काटी थी। जेल से निकलने के बाद कासिम गंगौरा गांव में ही रहने लगा था। वह यहां पर ताबीज बेचने का काम करने लगा। वहीं कासिम का भाई हसीन मजदूरी करता है। दिल्ली में कासिम से हुई पूछताछ में सामने आया कि हसीन भी पाकिस्तान खुफिया जानकारी भेजा करता था। इसके अलावा वह भी पाकिस्तान जाकर आ चुका है। छोटे भाई कासिम की तरह वह भी ISI के संपर्क में था और गोपनीय जानकारियां साझा करता था।
हसीन का पाकिस्तान जाना कैंसिल हुआ तो गया था कासिम
कासिम से पूछताछ में सामने आया कि वह अगस्त 2024 में टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान गया था। इसके बाद इसी साल 2025 में ईद पर भी 90 दिन के लिए पाकिस्तान गया था। सामने आया है कि दोनों बार वह ISI के संपर्क में आया और ट्रेनिंग ली। कासिम ने बताया कि पहले उसके बड़े भाई हसीन का पाकिस्तान जाना तय था, लेकिन वीजा संबंधी काम पूरा नहीं होने के कारण उसका जाना कैंसिल हो गया। इसके बाद कासिम पाकिस्तान गया था।
कासिम ने यह भी बताया कि उसने दिल्ली में कुछ लोगों को सिम भी मुहैया करवाई थी। ताकि उन सिम के जरिए वह PIO इंटेलिजेंस से जुड़ सके और भारत की खुफिया जानकारियां पाकिस्तान को दे सके। कासिम और हसीन का पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी दानिश से संपर्क भी सामने आया। भारत सरकार ने आईएसआई एजेंट होने के शक के बाद दानिश को पाकिस्तान भिजवा दिया।
CID और IB ने पूछताछ के बाद छोड़ा था
बता दें कि 23 मई को CID और IB ने कासिम को गंगौरा गांव से हिरासत में लिया था। जयपुर में पूछताछ के बाद कासिम को 27 मई को छोड़ दिया गया।
28 मई को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कासिम को फिर से हिरासत में लिया। 29 मई को यह पता लगा कि कासिम पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को भारत की खुफिया जानकारी दिया करता था।
पूछताछ में यह भी सामने आया है कि कासिम का बड़ा भाई हसीन भी पाकिस्तान ISI को खुफिया जानकारी देता था। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम डीग पहुंची और हसीन को पकड़ लिया।