नौ दिवसीय 108 कुंडीय रामचरित मानस महायज्ञ एवं श्रीराम कथा आयोजन की हुई पूर्णाहुति
जगद्गुरु रामभद्राचार्यजी ने कहा- श्रीराम कथा कहती है बचपन को प्रबुद्ध करो, यौवन को शुद्ध करो और बुढ़ापे को सिद्ध करो
बीकानेर, 28 नवम्बर । गंगाशहर-भीनासर-सुजानदेसर गौचर भूमि में अस्थाई रूप से बसे सियाराम नगर में नौ दिवसीय 108 कुंडीय रामचरित मानस महायज्ञ एवं श्रीराम कथा आयोजन की रविवार को पूर्णाहुति हुई। रामझरोखा कैलाशधाम के पीठाधीश्वर राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज ने बताया कि परमपूज्य गुरु महाराज श्रीरामदासजी महाराज की कृपा, पं. जुगलकिशोर ओझा के आचार्यत्व एवं यज्ञब्रह्मा पं. अशोक ओझा के नेतृत्व में बीकानेर में पहली बार 108 कुंडीय रामचरित मानस महायज्ञ का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज ने कहा कि अनुष्ठान में वर्षा का होना बेहद सफल और शुभ माना जाता है। विगत दो दिनों से मौसम ठंडक भरा होने के बावजूद आस्था का सैलाब रुका नहीं निरन्तर बढ़ता रहा। पूर्णाहुति विश्राम सत्र होने के कारण लाखों लोगों ने परिक्रमा लगाई और रामकथा का रसास्वादन किया।
श्रीराम कथा का वाचन करते हुए जगद्गुरु पद्मविभूषित रामभद्राचार्यजी महाराज ने कहा कि श्रीराम कथा कहती है कि बचपन को प्रबुद्ध करो, यौवन को शुद्ध करो और बुढ़ापे को सिद्ध करो। बड़ों का सम्मान करो, हम विकसित भारत बना सकें, विश्व का कल्याण हो ऐसे भाव के साथ कथा के विश्राम सत्र में प्रभु श्रीराम सुग्रीव से मित्रता कर रावण के मित्र बाली का वध किया, हनुमानजी की सहायता से रावण के भाई विभीषण को पक्ष में लेना, रावण का वध करना, सागर पर सेतु बनाया और सेतु पर रामेश्वरम् ज्योतिर्लिंग की स्थापना करने, लक्ष्मण मूर्छित, संजीवनी बूटी, भगवान राम को नागपाश बांधने का वृतांत सुनाया।
जगद्गुरु ने बताया कि भगवान श्रीराम ने रावण के अनेकों सिर काटे लेकिन कटे नहीं, फिर विभीषण ने बताया तो नाभि में तीर चलाया, 10 बाण से दस सिर, 20 बाण से बीस भुजाएं 1 बाण से धड़ और फिर रावण गिरा। विभीषण का राजतिलक किया। दशरथजी ने दर्शन दिए, इंद्र ने अमृत वर्षा की। इस अवसर पर कथा पंडाल में रामदरबार की तस्वीर को तिलक किया गया और आरती की गई।
इससे पूर्व चरण पादुका पूजन- नृसिंहदास मिमाणी, राजेश अग्रवाल, मनसुख अग्रवाल, नरेश पुरोहित, दिनेश सोनी, रमेश खत्री, प्रेम सोनी, ओमप्रकाश भाटी, उत्तम भाटी, कांतिलाल अग्रवाल, गुलाब कंवर राजपुरोहित ने किया। भाजपा प्रदेश महामंत्री चंद्रशेखर ने तथा महात्यागी मनमोहनदासजी महाराज ने उद्बोधन दिया। राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज ने आयोजित समिति के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। आयोजन में मुख्य यजमान अरुण मोदी, अशोक मोदी, अविनाश मोदी, अनुज मोदी परिवार, सचिव श्रीभगवान अग्रवाल, डॉ. रामदेव अग्रवाल, कन्हैयालाल भाटी, रजनीश जोशी, अरविन्द शर्मा, अमित सुराना, सुनीलम, पवन अग्रवाल, कप्तानसिंह, हरिकिशन, हरिओम, एसएन अरोड़ा, शिवनारायण, गौरीशंकर श्रीभगवान अग्रवाल, चंद्रेश अग्रवाल सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने श्रद्धापूर्वक आयोजन को सफल बनाया।
केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने जगद्गुरु के किए दर्शन, कहा- बीकानेर का अहोभाग्य साक्षात् भगवान सुना रहे श्रीराम कथा
बीकानेर। गंगाशहर स्थित रामझरोखा कैलाशधाम एवं अस्थाई रूप से बसे सियाराम नगर में आयोजित 108 कुंडीय रामचरित मानस महायज्ञ एवं तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु पद्मविभूषित स्वामी रामभद्राचार्यजी महाराज के जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत-नन्दा कंवर ने दर्शन कर आशीर्वाद लिया। जगद्गुरु ने मंत्री शेखावत को श्रीमद्भगवत गीता ग्रंथ भेंट में दिया तथा धर्म-अध्यात्म विषयों पर चर्चा की। जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्यजी महाराज के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्रदासजी महाराज ने राज्यपाल का अभिनन्दन किया तथा जगद्गुरु के अमृत महोत्सव के बारे में जानकारी प्रदान की। शेखावत ने कहा कि जगद्गुरु के साक्षात् दर्शन कर और श्रीराम कथा का वाचन सुनकर बीकानेर की जनता धन्य हो गई है। उन्होंने कहा कि अहोभाग्य है कि कार्तिक माह में 108 कुंडीय रामचरित मानस महायज्ञ का आयोजन हुआ और धन्यवाद है राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज का जिन्होंने इतने दिव्य कार्यक्रम का आयोजन कर बीकानेर की जनता को कृतार्थ किया। शेखावत ने कहा कि संतों का सम्मेलन एवं धार्मिक अनुष्ठान हमें सुसंस्कारों की प्रेरणा देते हैं। गुरु-संतों का आशीर्वाद हमें सद्मार्ग दिखाता है।