एनआरसीसी द्वारा आबुरोड़ सिरोही के जनजातीय क्षेत्र में पशु स्वास्थ्य शिविर आयोजित
बीकानेर , 30 जुलाई। भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र (एनआरसीसी) द्वारा जनजातीय उप-योजना तहत जिला सिरोही जनजातीय क्षेत्र के गांव मोरडु, आबु रोड़ में पशु स्वास्थ्य शिविर एवं कृषक वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
केन्द्र द्वारा मोरडू, आबू रोड़ के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में लगाए गए इस पशु स्वास्थ्य शिविर में कुल 142 पशुपालकों द्वारा लाए गए 419 पशुओं यथा- गाय 65, भैंस 116, भेड़ 46, बकरी 192 की स्वास्थ्य जांच, उपचार व दवाओं आदि का वितरण किया गया तथा उन्हें उचित परामर्श दिया गया । जहां इस शिविर में महिलाओं की सक्रिय सहभागिता रहीं वहीं स्कूली बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहन स्वरूप केन्द्र की इस गतिविधि से जोड़ते हुए 230 बच्चों को स्कूली किट बैग का भी वितरण किया गया।
एनआरसीसी के निदेशक डॉ.आर.के.सावल ने पशुपालकों से बातचीत के दौरान बताया कि पशुओं से भरपूर उत्पादन लेने हेतु उनके स्वास्थ्य, आहार-पोषण, स्वच्छ दूध उत्पादन, उचित आवास व्यवस्था आदि सभी पहलुओं पर ध्यान देने की महत्ती आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि पारम्परिक रूप से पशुपालन व्यवसाय के साथ-2 वैज्ञानिक ढंग से भी पशुओं के प्रबन्धन को जानना व सीखना चाहिए ताकि पशुपालक अपनी आमदनी में आशातीत वृद्धि ला सकें।
डॉ. सावल ने पशुपालकों को अपने ज्ञान में अभिवृद्धि लाने, स्वास्थ्य-स्वच्छता के प्रति जागरूकता, विशेषकर बच्चों में शिक्षा के प्रसार आदि हेतु अभिभावकों को प्रेरित किया ताकि वे समाजार्थिक रूप से सक्षम बन सकें ।
केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. शान्तनु रक्षित ने एनआरसीसी की प्रसार गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पशुपालक भाइयों को पशुओं के वैज्ञानिक ढंग से रखरखाव की व्यावहारिक जानकारी व इसका लाभ लेने हेतु सामूहिक रूप से केन्द्र का भ्रमण करना चाहिए । डॉ.श्याम सुंदर चौधरी ने पशुपालकों को पशु प्रौद्योगिकी से जुड़ने हेतु प्रोत्साहित करते हुए पशुओं के स्वास्थ्य और पशुधन उत्पादन पर विस्तार से जानकारी दीं ।
केन्द्र की जन जातीय उप-योजना से जुड़े डॉ.काशी नाथ, पशु चिकित्सा अधिकारी ने जानकारी दीं कि शिविर में लाए गए पशुओं में चींचड़ व वर्षा ऋतु में अफारा आदि की समस्या अधिक देखी गई । वहीं पशुओं में खनिज आपूर्ति हेतु पशुपालकों को नमक की ईंटे व करभ पशु आहार का वितरण किया गया।
इस अवसर पर आबुरोड़ सिरोही के प्रगतिशील पशुपालक सेवाराम ने इस गतिविधि के माध्यम से पशुपालकों की जिज्ञासाओं व समस्याओं के उचित समाधान हेतु केन्द्र के प्रति आभार व्यक्त किया वहीं स्कूल के प्रधानाध्यक रूपाराम द्वारा स्कूली बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने व शिक्षा संबद्ध सामग्री वितरण हेतु आभार व्यक्त किया गया। केन्द्र के मनजीत सिंह, सहायक मुख्य तकनीकी अधिकारी व रणवीर सिंह, तकनीशिएन ने शिविर में पशुओं के पंजीयन, दवा व पशु आहार वितरण आदि विभिन्न कार्यों में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया ।