कवि चौपाल की 432 वीं कड़ी में गीत कविताओं के साथ साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार का हुआ सम्मान
बीकानेर 24 सितम्बर। कवि चौपाल की 432 वीं कड़ी में नगर के कवियों-गीतकारों ने एक से बढ़कर एक गीत कविताओं की प्रस्तुति देकर कवि चौपाल को सफल बनाया। कार्यक्रम में कवि कथाकार राजाराम स्वर्णकार का सम्मान किया गया ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में कपिला पालीवाल ने वंदना प्रस्तुत की। कार्यक्रम में अध्यक्षीय उदबोद्धन देते हुए कवि सरदार अली पड़िहार ने कहा कि साहित्यिक, सांस्कृतिक क्षेत्र में कवि चौपाल रचनाकर्म में सदैव तत्पर है। यहां कविता पाठ करने वाले देश के बड़े मंचों पर अपनी रचनाओ के माध्यम से शहर का नाम रोशन कर रहे है। मुख्य अतिथि कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने कवि चौपाल के गत सात वर्षों के गर्वित इतिहास को रेखांकित करते हुए इसके संरक्षक नेमचंद गहलोत का धन्यवाद ज्ञापित किया कि साहित्य सेवा कर इस शहर को ऊंचाइयां प्रदान कर रहे हैं। विशिष्ट अतिथि सरोज भाटी ने सम्मानित साहित्यकार स्वर्णकार के रचनाकर्म पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में लीलाधर सोनी, राजेन्द्र स्वर्णकार, जुगलकिशोर पुरोहित, किशननाथ, सिराजुद्दीन, लक्ष्मीनारायण आचार्य, कालू गहलोत, श्रीगोपाल स्वर्णकार, राजू लखोटिया, मधुरिमासिंह, अर्जुनसिंह ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी। सम्मान समारोह में कवि राजाराम स्वर्णकार को माल्यार्पण पश्चात गीतकार राजेन्द्र स्वर्णकार ने पगड़ी, सरदार अली पड़िहार, सरोज भाटी एवं नेमचंद गहलोत ने शोल भेंट की । कवि लीलाधर सोनी ने उपहार भेंट किया। संचालन हास्य-व्यंग्य कवि बाबूलाल छंगाणी ने किया। श्रीगोपाल ने सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया।