दीपावली की रात जोधपुर-बीकानेर की हवा सबसे जहरीली रही, एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के ऊपर

  • जयपुर में भी सांस लेने में तकलीफ , धूप से मिली राहत

जयपुर\ बीकानेर , 1 नवम्बर। दीपावली पर हर साल की तरह इस बार भी एयर क्वालिटी बिगड़ी, लेकिन मौसम ने साथ दिया। रात को सबसे खराब एयर क्वालिटी बीकानेर और जोधपुर में रिकॉर्ड की गई।

indication
L.C.Baid Childrens Hospiatl

यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लेवल 500 पर पहुंच गया। वहीं, सुबह मौसम साफ रहने और तेज धूप रहने से पॉल्यूशन का स्तर गिर गया। विशेषज्ञों के अनुसार धुएं और प्रदूषण का लेवल बढ़ने का सबसे ज्यादा प्रभाव सांस और दिल से जुड़ी बीमारी के मरीजों को होता है।

mmtc
pop ronak

पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अनुसार देर रात तक जयपुर, अजमेर, भरतपुर, उदयपुर, बीकानेर, जोधपुर समेत तमाम शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लेवल 400 से 500 के बीच दर्ज हुआ। सुबह सबसे ज्यादा खराब एयर क्वालिटी दिल्ली एनसीआर और हरियाणा से लगते शहरों सीकर, भरतपुर, भिवाड़ी, झुंझुनूं, हनुमानगढ़, बीकानेर, गंगानगर, जयपुर में रही। यहां सुबह तक AQI लेवल 200 से 350 के बीच रहा।

khaosa image changed
CHHAJER GRAPHIS

दूसरे शहरों उदयपुर, भीलवाड़ा, राजसमंद, कोटा, अजमेर में AQI रात में रेड जोन में रहा, लेकिन सुबह होने के साथ वापस 100 से 200 के बीच आ गया।
जयपुर में भी सुबह कम हुआ प्रदूषण

जयपुर में AQI लेवल रात 12 बजे 376 रहा, जबकि सुबह 9 बजे 244 तक आ गया। जयपुर में​ ​​एरिया वाइज देखें तो आदर्श नगर, राजापार्क, ट्रांसपोर्ट नगर के आसपास आज सुबह 9 बजे AQI लेवल 181, मानसरोवर, अजमेर रोड, गोपालपुरा, पृथ्वीराज नगर के आसपास 270, सीतपुरा, वाटिका, प्रताप नगर, जगतपुरा एरिया में 323, मुरलीपुरा, झोटवाड़ा, कालवाड़ा रोड, निवारू रोड के आसपास 289 और शास्त्री नगर, वीकेआई, विद्याधर नगर, अम्बाबाड़ी के आसपास 224 से ज्यादा AQI लेवल दर्ज हुआ।

बुजुर्ग और दिल, सीओपीडी मरीजों को मास्क लगाने की सलाह

एसएमएस हॉस्पिटल जयपुर के जूनियर स्पेशलिस्ट और अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. मनोज शर्मा का कहना है- दीपावली पर होने वाली साफ-सफाई, पटाखों के धुंआ से बढ़ते पॉल्यूशन का सबसे ज्यादा असर 65 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गो, दिल-सीओपीडी के मरीजों पर आता है। इस समय इन लोगों में फेफड़ों में इंफेक्शन बढ़ने के साथ सांस लेने में तकलीफ बढ़ जाती है। ऐसे में इन लोगों को ज्यादातर समय घरों पर रहने की जरूरत है।

bhikharam chandmal

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *