सर्व मानव कल्याण समिति द्वारा अंगदान व देहदान पर आयोजित संगोष्ठी में 8 नए सदस्यों ने लिया देहदान का संकल्प

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  • अंगदान जीवन का सबसे श्रेष्ठ दान – डॉ. राकेश रावत
  • अब तक 146 व्यक्तियों ने लिया देहदान का संकल्प, अंगदान के लिए 78 ने करवाया रजिस्ट्रेशन

 

बीकानेर , 30 दिसम्बर । सर्व मानव कल्याण समिति द्वारा दक्षिण विस्तार सामुदायिक भवन में देहदान व अंगदान पर संगोष्ठी आयोजित की गई। समिति ने 2017 में जो देहदान व अंगदान का जागृति अभियान शुरू किया था उसको आगे बढ़ाते हुए लोगों से संवाद व अंगदान-देहदान के प्रति जागरुकता हेतु एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

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समिति के अध्यक्ष डॉ राकेश रावत ने बताया कि समिति के माध्यम से अब तक 138 व्यक्ति देहदान का संकल्प ले चुके हैं तथा आठ जने अपने बॉडी को दान दे भी चुके हैं। अंगदान के संदर्भ में उन्होंने बताया कि अब तक 78 व्यक्ति अंगदान के संकल्प लेकर रजिस्टर्ड हो चुके हैं। संगोष्ठी में आठ नए सदस्यों ने देहदान का संकल्प लिया। संगोष्ठी में गत वर्ष में जिन लोगों ने देहदान किया था उनके परिजनों को सम्मानित किया गया तथा विगत समय में जिन लोगों ने देहदान का संकल्प लिया है उन परिवारों को भी सम्मानित किया गया।

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आईएमए अध्यक्ष डॉ एसएन हर्ष ने इस कार्य को बहुत पुनीत कार्य बताते हुए आह्वान किया है कि हम सब लोग इन कार्यों से मेडिकल शिक्षा में अपना बहुत अच्छा योगदान दे सकते हैं। संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए विजय आचार्य ने कहा कि अंगदान पुण्य का काम है। संगोष्ठी में अरविंद मिड्डा, यशपाल गहलोत व रोहिताश भारी ने कहा अंगदान करना यानि दूसरों के जीवन के लिए अनमोल उपहार देने की बात कही। मेडिकल कॉलेज से डॉ.केआर मीणा ने बताया कि एक बॉडी डोनेट करने से कितने साल तक उसको कार्य में लिया जा सकता है आदि संबंधित जिज्ञासाओं का समाधान दिया।

कार्यक्रम का संचालन नरेश मीर ने किया तथा सचिव प्रवीण चावला ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में सहयोगी रहे उमाशंकर आचार्य, नरेंद्र पारीक, डॉ दिनेश शर्मा, नीरज रावत, रूपाली, ज्योत्सना, लता चावला, अंजू सोनी, जावेद जोइया, विक्रम संजीव कुक्कड़, लीलाधर, पवन झाम्ब, उत्तम पंवार, विक्रम आदि का सहयोग रहा।

स्व. श्रीमती भंवरी देवी नाहर

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