रेखाओं और रंगों का खेल है: चित्रकला – हरिगोपाल हर्ष ‘सन्नू’

बीकानेर , 7 जून ।अजित फाउण्डेशन द्वारा आयोजित चित्रकला शिविर के समापन अवसर पर बोलते हुए सुप्रसिद्ध चित्रकार हरिगोपाल हर्ष ने कहा कि नन्हें बच्चों के साथ तूलिका लेकर कार्य करना बहुत ही आनन्ददायक होता है। चित्रकला एक ऐसा माध्यम है जहां हम अपनी अभिव्यक्ति मुखरित होकर प्रदर्शित कर सकते है। चित्रकला रेखाओं और रंगों का खेल है जिसमें न कोई जीतता है न कोई हारता है।

indication
L.C.Baid Childrens Hospiatl

कार्यक्रम की अध्यक्ष्यता करते हुए सुप्रसिद्ध उस्ता कलाकार मो. हनीफ उस्ता ने कहा कि चित्रकार जादूगर होता है वह रेखाओं के संयोजन से ऐसी कलाकृतियां उकेरता है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। हनीफ जी ने कहा कि चित्रकला अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर हम बोल नहीं सकते एवं सुन नहीं सकते लेकिन चित्रों के माध्यम से हम बहुत अच्छा संप्रेषण कर सकते है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारी सुप्रसिद्ध चित्रकार एवं व्याख्याता राजकीय सार्दुल स्कूल हिमानी शर्मा ने कहा कि चित्रकला बच्चों को बौद्धिक एवं मानसिक रूप से संवर्द्धन करती है जिससे बच्चों में रचनात्मकता का विकास होता है। हिमानी जी ने कहा कि चित्रकला के साथ-साथ मूर्तिकला पर भी काम होना चाहिए। मिट्टी के छोटे-छोटे खिलौने, घंरौदे आदि बच्चों से बनाए एवं उनको रंगों से सजाकर बहुत ही सुन्दर कलाकृति निर्मित की जा सकती है। उन्होंने कहा कि चित्रकला ऐसा विषय है जिसमें अथाह रोजगार की संभावनाएं है।

mmtc
pop ronak

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे रामपुरिया महाविद्यालय के चित्रकला के व्याख्याता अनिकेत कच्छावा ने कहा कि वर्तमान समय हाथ का हुनर होना आवश्यक है। हमें चित्रकला में व्यवसायकि पंेटिग, डिजिटल पेंटिग आदि की तरफ जाना चाहिए क्योंकि इस क्षेत्र में रोजगार के बेहतर संभावनाएं है।

khaosa image changed
CHHAJER GRAPHIS

कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण को लेकर कार्य करने हेतु सुनिता श्रीमाली ने अपने उद्बोधन में कहा कि अजित फाउण्डेशन में किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा एवं अधिकार जैसे मुद्दों पर सत्त कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है जिससे शहर की काफी किशोरी बालिकाएं जुड़ी।

कार्यक्रम की शुरूआत में संस्था समन्वयक संजय श्रीमाली ने संस्था की गतिविधियों एवं शिविर संचालन की बारे में जानकारी देते हुए कहा कि चित्रकला शिविर में प्राकृतिक चित्रण, रेडरिंग चित्रण, द्विआयामी चित्रण तथा रेखाकंन चित्रण के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से प्रतिभागियों को सिखलाया गया। श्रीमाली ने बताया कि दिनांक 9 जून 2024 से संस्था सभागार में शतरंज शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह शिविर सुप्रसिद्ध शतरंज खिलाड़ी एवं प्रषिक्षक शंकरलाल हर्ष के सान्निध्य में आयोजित होगा।

चित्रकला षिविर में राम कुमार भादाणी, गणेश रंगा तथा पुलकित हर्ष का सहयोग रहा। कार्यक्रम के अंत सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।

bhikharam chandmal

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *