कोटा में जहरीली गैस लीक से मची अफरा-तफरी, लोग चीखचे-चिल्लाते अस्पताल भागे


कोटा, 15 फ़रवरी। चंबल फर्टिलाइजर कंपनी (CFCL) की फैक्ट्री से लीक हुई जहरीली अमोनिया गैस स्कूली बच्चों के लिए खतरा बन गई। सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल में गैस रिसाव के चलते कई छात्राओं को सांस लेने में तकलीफ होने लगी, और कुछ बेहोश होकर जमीन पर गिर गईं। गैस इतनी घातक थी कि कुछ बच्चों को उल्टियां भी होने लगीं। आनन-फानन में स्कूल स्टाफ ने बच्चों को कंधों पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया। इस हादसे ने औद्योगिक क्षेत्रों के पास बसे स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।



कोटा के स्कूल में गैस रिसाव से जब मची अफरातफरी



प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना सुबह करीब 11 बजे की है। प्रिंसिपल रंजना शर्मा के मुताबिक, प्रेयर के दौरान गैस का रिसाव हुआ, जिससे कई बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। जब स्कूल प्रशासन ने फैक्ट्री अधिकारियों से संपर्क किया, तो उन्होंने गैस रिलीज को कम करने की बात कही। लेकिन तब तक कई छात्राओं की हालत बिगड़ चुकी थी, जिसके चलते स्कूल की छुट्टी करनी पड़ी।
बच्चों को उठाकर अस्पताल दौड़े स्टाफ और ग्रामीण
स्कूल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हेमंत कुमार ने बताया कि जैसे ही बच्चों की हालत बिगड़ने लगी, उन्होंने तुरंत बच्चों को कंधों पर उठाकर अस्पताल पहुंचाना शुरू कर दिया। कई बार दौड़ लगानी पड़ी, क्योंकि पीड़ित बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही थी। गैस का असर इतना ज्यादा था कि खुद हेमंत को भी चक्कर आने लगे।
सरकारी स्कूल CFCL फैक्ट्री की बाउंड्री से अटैच
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह सरकारी स्कूल CFCL फैक्ट्री की बाउंड्री से अटैच है। ऐसे में औद्योगिक गैस लीक होने पर स्कूल में खतरा हमेशा बना रहता है। फैक्ट्री का गेट स्कूल से 500 मीटर अंदर है, लेकिन फिर भी जहरीली गैस क्लासरूम तक पहुंच गई।
कोटा कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
कोटा कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है और पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को मौके पर बुलाया गया है। वहीं, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने भी हादसे की पूरी जानकारी ली है। CFCL हॉस्पिटल के डॉ. आरके शर्मा के मुताबिक, 14 बच्चों और एक स्टाफ मेंबर को हॉस्पिटल लाया गया था। इनमें से 6 बच्चों की हालत गंभीर थी, जिन्हें कोटा जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। फिलहाल सभी की हालत स्थिर बताई जा रही है।