स्वस्थ रहने के लिए शारीरिक श्रम एक बेहतर क्रिया है

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स्वास्थ्य करियर जागरूकता व श्रमदान विषयक गतिविधि आयोजित

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बीकानेर , 20 दिसम्बर। स्थानीय बिनानी कन्या महाविद्यालय, बीकानेर में आज राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाईयों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन स्वास्थ्य व कैरियर जागरूकता व श्रमदान विषयक गतिविधियों का आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं ने बेहतर जीवन के प्रबंधन कौशल सीखने के साथ साथ राष्ट्र निर्माण हेतु श्रम विषयक गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया।

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शिविर समन्वयक कम्प्यूटर विभागाध्यक्ष रामकुमार व्यास ने बताया कि आज रासेयो के दूसरे दिन न्यूट्रीजोन 326 द फेमिली न्यूट्रिशन सेन्टर से पधारे रोहित पाण्डेय ने छात्राओं को बेहतर स्वास्थ्य हेतु जागरूकता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्वास्थ्य रिर्पोट के अनुसार 2022 में भारत डायबिटिज स्तर में प्रथम आया है जो हम सबके लिए चिंताजनक है। इसके लिए हम सभी को पूरे दिन में कितने न्यूट्रीशन के हिसाब से कब-कब व कितना खाना चाहिए इसे पूरे ब्यौरे के साथ वीडियों व चित्रों के माध्यम से छात्रा स्वयंसेविकाओं के समक्ष रखा।

रोहित सर ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि ‘‘आज समय रहते स्वास्थ्य के लिए बेहतर खाद्य प्रबंधन नहीं किया तो बढ़ते पैकेज्ड पदार्थों के दुष्प्रभाव से हमें बीमार होने से कोई नहीं बचा सकता। धीमी प्रक्रिया से तैयार हमारे भारतीय भोजन की पौष्टिकता की महत्ता को सविस्तार समझाते हुए दिन भर की कैलोरी के अनुसार भोजन करने की हिदायत दी।’’ उन्होंने कहा कि भारतीय परिवारों में अभिभावकों को भी बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए विशेष सतर्कता बरतते हुए पारम्परिक भोजन को उचित स्थान देते हुए उसके बेहतर कल के लिए भोजन प्रबन्धन करना होगा। छात्राओं को स्वस्थ भारत की शुरूआत अपने खुद को स्वस्थ रखने के लिए व्यवस्थित भोजन प्रबन्धन, पानी का उचित सेवन, दैनिक व्यायाम सहित 8 घंटें की नींद को प्राथमिकता देनी होगी।

रासेयो प्रभारी डॉ. अनिता मोहे भारद्वाज ने आगन्तुक अतिथि पाण्डेय का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि भारत का स्लोगन पहला सुख निरोगी काया का पालन आवश्यक रूप से करना होगा। प्राचार्या अरूणा आचार्य ने स्मृति चिह्न देते हुए रोहित पाण्डेय को आगामी कार्यक्रमों में महाविद्यालय प्रांगण में आने का न्योता दिया।
कार्यक्रम का अगला चरण रासेयो के प्रभारी डॉ. अशोक व्यास के दिशा -निर्देश में प्रारम्भ हुआ हुआ डॉ. व्यास ने बताया कि जीवन में संघर्ष बहुत है परन्तु इस संघर्ष से लड़ते हुए हमें अपने जीवन को आसानी से निरन्तर चला सकते है। इसके लिए मानसिकता सुदृढ़ होनी आवश्यक है। इसी क्रम में उन्होंने अतिथि विनय हर्ष को संबोधित करते हुए मोटिवेशन पर अपने उद्गार देने के लिए आमंत्रित किया। विनय हर्ष ने छात्राओं को अपने भविष्य के निर्माण के विषय में अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि, ‘‘ जीवन में आगे बढ़ते हुए स्वयं के विकास के साथ-साथ समाज व राष्ट्र के नवनिर्माण के लिए हमें अपने आपकों ज्ञान, कौशल तथ सामर्थ्य के साथ सफल व्यक्तित्व का निर्माण करना होगा। इसके लिए यह मैं नहीं कर सकती, लोग क्या कहेंगे, असफल हो गए तो क्या होगा जैसे प्रश्नो के चक्रव्यूह से सकारात्मक सोच के साथ बाहर निकलना होगा।’’ जीवन में अंकों के आधार पर उच्च शिक्षित होने की परम्परा को तोड़ते हुए सामाजिक दुश्चक्रों , विषमताओं को दर किनार करते हुए सपने देखना होगा क्योंकि जीवन ऐसा कोई भी कार्य नहीं जिन्हें आप निरंतर प्रयत्न के बल पर जिद के साथ प्राप्त नहीं कर सकते।

आयोजन के अन्तिम चरण को रासेयो प्रभारी श्री मुकेश बोहरा के दिशा -निर्देशन में पूर्ण किया गया। बोहरा ने बताया कि छात्राओं ने श्रमदान को अपने जीवन का बेहतर शारीरिक कार्य मानते हुए महाविद्यालय कैम्पस की सफाई की। छात्राओं ने खेल मैदान, स्टेज, गार्डन की सफाई की। बोहरा ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अगर नियमित व्यायाम नहीं कर सकते हैं तो शारीरिक कार्यों में अपनी भूमिका पूर्णतया निभाये तो भी आप स्वस्थ रह सकते है। स्वस्थ रहने के लिए शारीरिक श्रम एक बेहतर क्रिया है। इसी क्रम में बोलते हुए बोहरा ने बताया कि श्रमदान न सिर्फ आपको स्वस्थ बनाता है बल्कि आस-पास के माहौल को खुशनुमा बना देता है।

आज के आयोजन के अन्त में स्वयं सेविकाओं ने नाश्ता करने के बाद हम होंगे कामयाब गीत की संसगीत प्रस्तुति दी, जिसमें कैलाश पुरोहित ने तबले पर संगत की।

 

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