CM भजनलाल शर्मा के विधानसभा क्षेत्र में गर्भवती महिला का रेप करने के आरोप में पुलिसकर्मी गिरफ्तार


जयपुर , 16 मार्च। राजस्थान की राजधानी जयपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने खाकी की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने बुधवार को जानकारी दी कि एक कांस्टेबल को कथित रूप से एक गर्भवती महिला का रेप करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। कांस्टेबल ने इस कथित घटना को इस हफ्ते की शुरुआत में अंजाम दिया।



सांगानेर में पीड़ित महिला के पति द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, महिला के परिवार ने सात मार्च को अपने पड़ोसियों से विवाद होने के बाद पुलिस को अप्रोच किया था। इसके अगले दिन मामले की जांच कर रहा कांस्टेबल महिला और उसके छोटे बेटे को एक होटल में ले गया और कथित रूप से उसका रेप किया। शिकायत में कहा गया है कि जब महिला ने इसका विरोध किया तो कांस्टेबल ने उसके मुंह में कपड़ा ठूस दिया। शिकायतकर्ता ने कहा है कि कांस्टेबल ने महिला द्वारा विरोध किए जाने पर पति को जेल भेजने की धमकी भी दी।


दिहाड़ी मजदूर है महिला
सांगानेर के ACP विनोद कुमार शर्मा ने कांस्टेबल की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिसकर्मी को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है। महिला एक दिहाड़ी मजदूर है। पुलिस ने बताया, “FIR के अनुसार, महिला के परिवार का अपने पड़ोसियों के साथ कुछ विवाद था, जो झगड़े में बदल गया। महिला के परिवार ने 7 मार्च की रात को शिकायत दर्ज कराई, जब कांस्टेबल ड्यूटी पर था। 8 मार्च की सुबह कांस्टेबल ने महिला को (उसके घर पर) बुलाया और उसे पुलिस स्टेशन चलने के लिए कहा। लेकिन वह उसे पुलिस स्टेशन ले जाने के बजाय, एक होटल में ले गया और उसका रेप किया… महिला के पति ने उसी रात शिकायत दर्ज कराई।”
होटल में नहीं की एंट्री
पुलिस ने आगे बताया कि आरोपी कांस्टेबल ने कथित तौर पर होटल रजिस्ट्री में कोई एंट्री नहीं करवाई। उसने होटल के कर्मचारियों से कहा कि महिला एक “रिश्तेदार” है और उन्हें बच्चे के “गंदे कपड़े” की सही करने के लिए उसे कुछ मिनट चाहिए। वे 30 मिनट के अंदर ही होटल से चले भी गए। पुलिस ने बताया कि आरोपी पर BNS की रेप, गलत तरीके से बंधक बनाना और अपहरण करने से संबंधित धाराएं लगाई गई हैं। इसके अलावा आरोपी और महिला का मेडिकल टेस्ट करवाया गया है।
राजधानी जयपुर में एक पुलिस कांस्टेबल की ओर से गर्भवती महिला से होटल में किए गए इस रेप के मामले में सूबे की भजनलाल सरकार घिर गई है। पुलिस ने रेप के आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन अब यह मामला पुलिस के गलियारों से बाहर से आ गया है। इस मसले को लेकर पूर्व सीएम अशोक गहलोत और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार को घेर लिया है।
राजस्थान में कानून व्यवस्था की दयनीय स्थिति
इस मामले को लेकर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि महिला दिवस के दिन मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र की यह घटना राजस्थान में कानून व्यवस्था की दयनीय स्थिति बताती है. बेहद शर्मनाक है कि महिला दिवस के अवसर पर जब भाजपा सरकार IIFA अवॉर्ड्स की चकाचौंध और मनोरंजन में व्यस्त थी तभी मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में एक दलित गर्भवती महिला के साथ एक पुलिसकर्मी ने 3 साल के बच्चे के सामने दुष्कर्म किया. IIFA का अपना महत्व है पर आमजन की सुरक्षा के साथ ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।
आरोपी कांस्टेबल को सेवा से बर्खास्त करना चाहिए
गहलोत ने आगे कहा कि आमोद-प्रमोद के कार्यक्रमों में जुटी हुई भाजपा सरकार के शासन में रक्षक ही भक्षक बन रहे हैं. राज्य सरकार को इस आरोपी कांस्टेबल को सेवा से बर्खास्त करना चाहिए और इस मामले को केस ऑफिसर स्कीम में लेकर जल्द से जल्द से सजा दिलवानी चाहिए. इस केस को एक नजीर बनाना चाहिए जिससे पुलिस की ओर से किए जाने वाले ऐसे अत्याचारों को रोका जा सके।
रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे तो प्रदेश का क्या होगा?
वहीं नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि महिला दिवस पर सरकार ने बड़े बड़े दावे किए. लेकिन इस बीच सीएम के विधानसभा क्षेत्र में रिपोर्ट दर्ज कराने गई गर्भवती महिला से कांस्टेबल ने रेप कर डाला. यह घटना प्रदेश को शर्मसार करने वाली है. बीजेपी नहीं सहेगा राजस्थान के नारे पर सत्ता में आई थी और महिला दिवस के दिन CM भजनलाल शर्मा के विधानसभा क्षेत्र में ही इतनी बड़ी घटना हो गई फिर भी सरकार चुप है. अगर रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे तो प्रदेश का क्या होगा?