पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुला हत्या का राज, तीन गिरफ्तार
- मां, बेटे और युवती ने मिलकर जबरन पेस्टीसाइड पिलाया, 5 महीने बाद गिरफ्तार
बीकानेर , 29 जुलाई। बीकानेर पुलिस ने 5 महीने पहले संदिग्ध अवस्था में हुई मौत के मामले में मर्डर का खुलासा किया है। एक ही परिवार के 3 सदस्यों को इस मामले में गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल लिया है।
मामला बीकानेर के पूगल थाना इलाके का है।
बीकानेर SP तेजस्वनी गौतम ने बताया कि इस साल 16 फरवरी को ताजू खान ने रिपोर्ट दी कि उसका बेटा लियाकत बेहोशी की हालत में एक खेत के पास मिला था। जिसे अस्पताल ले गए तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इस दौरान शव का पोस्टमार्टम करवाया। इसके 5 महीने बाद 24 जून को पुलिस को पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट मिली थी। इसमें लिखा था कि जहरीला पदार्थ खाने से मौत हुई है। इस पर पुलिस ने मघी देवी, सरोज और भंवरराम से पूछताछ की। पहले तो ये लोग टाल मटोल करते रहे लेकिन थानाधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने सख्ती से पूछताछ की तो सब कुछ उगल दिया।
संदिग्ध अवस्था देखा तो हत्या की
15 फरवरी की देर रात लियाकत अपने दोस्त बिलाल खान के साथ काम पर निकला था। बाद में ये लोग परिचित भंवरराम के खेत पहुंच गए। जहां सोने के लिए इन्हें बिस्तर दे दिए गए। इस बीच रात में भंवर की मां मघीदेवी नींद से जागी तो अपनी बेटी सरोज और लियाकत को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा। उसने हल्ला किया तो भंवरराम भी जाग गया।
पुलिस का दावा है कि इस दौरान खेत में दिया जाने वाला पेस्टीसाइड लियाकत को जबरन पिला दिया था। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई तो उसे पेड़ पर फांसी की तरह लटकाने का प्रयास किया। इसमें सफल नहीं हुए तो ढाणी के बाहर फेंक दिया। बाद में आवाज होने से लियाकत के साथ आया बिलाल भी जाग गया। बाद में भंवरराम ने बिलाल को उसकी ढाणी छोड़ा और लियाकत के घर जाकर उसके पिता ताजू खान को बताया कि लियाकत बेहोशी की हालत में मिला है।
इस मामले में पुलिस ने मघीदेवी पत्नी पप्पूराम मेघवाल उम्र 45 साल निवासी रामसर छोटा, भवंर राम पुत्र पप्पूराम मेघवाल उम्र 21 साल सरोज उर्फ सूरजा पुत्री पप्पूराम मेघवाल उम्र 20 साल को गिरफ्तार कर लिया है। इस कार्रवाई में थानाधिकारी धर्मेंद्र सिंह के अलावा एसआई बलवन्त कुमार थानाधिकारी खाजूवाला, एएसआई बाबूलाल, हेड कांस्टेबल मनोहर सिंह, कॉन्स्टेबल बजरंग लाल की मुख्य भूमिका रही।