एमजीएसयू के प्रथम लोकपाल के रूप में प्रो॰ योगेन्द्र सिंह नामित

shreecreates

छात्रों की शिक़ायत निस्तारण से बढ़ेगी विश्वविधालयी व्यवस्था में पारदर्शिता : आचार्य दीक्षित

indication
L.C.Baid Childrens Hospiatl
DIGITAL MARKETING
SETH TOLARAM BAFANA ACADMY

बीकानेर , 31 दिसम्बर। यूनिवर्सिटी में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों की समस्याओं और शिकायतों के निराकरण के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के विनियमन 2023 के निर्देशानुसार विश्वविद्यालयों में छात्र शिक़ायत निवारण समिति के गठन के क्रम में एमजीएसयू कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने बलिया के जन नायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो॰ योगेन्द्र सिंह को लोकपाल के रूप में नामित किया है।

pop ronak

समिति के चेयरपर्सन पर्यावरण विभाग के अध्यक्ष प्रो॰ अनिल कुमार छंगाणी होंगे तो कुलपति दीक्षित द्वारा नामित सदस्यों में डॉ॰ गौतम मेघवंशी, डॉ॰ अनिल कुमार दुलार, इतिहास विभाग से डॉ॰ मेघना शर्मा और डॉ॰ प्रगति सोबती शामिल हैं।

छात्र प्रतिनिधि के रूप में सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग की सुश्री नेहा यादव को सम्मिलित किया गया है। कुलपति दीक्षित ने इस अवसर पर कहा कि विधार्थियों की शिकायतों के निस्तारण के क्षेत्र में समिति समयबद्ध रूप में निष्पक्ष रहकर कार्य संपादन कर विश्वविद्यालय में पारदर्शिता संवर्धन में मददगार साबित होगी। लोकपाल नियुक्ति की तिथि से तीन वर्ष तक या 70 वर्ष की उम्र पूर्ण होने (जो भी पहले हो) अपने पद पर बने रहेंगे। इससे पहले विश्वविद्यालयों में लोकपाल की व्यवस्था नहीं थी इसलिए प्रो॰ योगेन्द्र सिंह विश्वविद्यालय के पहले लोकपाल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *