बीकानेर में रुक नहीं रही बारिश-आज फिर स्कूल और कोचिंग बंद
- लूणकरनसर में मकान गिरा, पीबीएम के ट्रोमा सेंटर में सीलिंग गिरी
बीकानेर , 16 अगस्त। बीकानेर में गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह अर्ताथ खबर लिखे जाने तक रुक रुककर बारिश का दौर जारी रहा। गुरुवार दोपहर शुरू हुई बारिश शुक्रवार सुबह तक चलती रही। इस बीच जिला कलेक्टर के आदेश पर शुक्रवार को स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी गई है।
शुक्रवार को स्कूल, कोचिंग, आंगनबाड़ी में अवकाश रहेगा। हालांक टीचर्स को स्कूल जाना पड़ेगा। इधर बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में लगातार बारिश के बाद फॉल सिलिंग गिर गई। गनीमत रही कि किसी के चोट नहीं आई।
बीकानेर में गुरुवार दोपहर बारिश शुरू हुई थी, जो अब तक अनवरत जारी है। गुरुवार देर रात बारिश कुछ देर रुकी लेकिन शुक्रवार सुबह लोग उठे तो बादल बरस रहे थे। मौसम विभाग ने बीकानेर के लिए ओरेंज अलर्ट जारी करते हुए लोगों को घरों के अंदर रुकने की सलाह दी है।
आसमान अभी भी संदेश दे रहे हैं कि अगले कुछ घंटों तक बारिश का दौर जारी रह सकता है। बीकानेर के साथ ही नोखा, लूणकरनसर, खाजूवाला, पूगल, छत्तरगढ़, श्रीडूंगरगढ़, कोलायत में भी जमकर बारिश हुई है। श्रीकोलायत के गांवों में तो इतना पानी पहुंच गया है कि फसलें तक बर्बाद हो गई है।
आज स्कूल में छुट्टी
जिले में अत्यधिक बारिश,अतिवृष्टि व जलभराव की स्थिति को देखते हुए शुक्रवार को जिले के समस्त सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थाओं, आंगनबाड़ी केंद्रों, कोचिंग संस्थाओं और मदरसों के विद्यार्थियों का अवकाश रहेगा। जिला कलेक्टर के आदेश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अवकाश के निर्देश उपरांत यदि कोई शिक्षण संस्था संचालित होती है, तो होने वाली विभागीय कार्यवाही के लिए संस्था प्रधान जिम्मेदार रहेंगे। शिक्षक एवं अन्य स्टॉफ यथासमय अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करेंगे।
इससे पहले भी कलेक्टर दो दिन स्कूल की छुट्टी कर चुके हैं। इसमें एक दिन छुट्टी के बाद बारिश हुई। सुबह जल्दी अवकाश की घोषणा की गई, जिससे स्कूल में पहुंचे स्टूडेंट्स को वापस घर भेजना पड़ा। वहीं अब देर रात करीब साढ़े दस बजे जिला शिक्षा अधिकारी ने अवकाश की घोषणा की है, जिससे सुबह सवेरे तक स्टूडेंट्स को रोकने के निर्देश स्कूलें पूरा दे नहीं पायी ।
प्राइवेट स्कूल्स तो अपने एप या फिर सोशल मीडिया ग्रुप्स के माध्यम से मैसेज दे देते हैं परन्तु अनेक विद्यार्थियों को छुट्टी की सूचना नहीं मिल पायी। इसके अलावा आसपास के कस्बों से व दूरस्थ गांवों में स्थित स्कूल में बच्चे अन्य गांवों से आते हैं। उन्हें भी अवकाश की सूचना आधी अधूरी ही पहुंच पायी । विद्यार्थीगण अपने अपने सहपाठियों से छुट्टी की जानकारी ले रहे थे।
बीकानेर में गुरुवार को मानसून की बारिश ने इस सीजन के सारे रिकार्ड्स तोड़ दिए हैं। न सिर्फ गांवों में बल्कि बीकानेर शहर में भी कई घंटे तक बादल लगातार बरसते रहे। गनीमत रही कि स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में किसी तरह का खलल नहीं पड़ा, लेकिन इसके बाद से बारिश ऐसी शुरू हुई कि रात दस बजे तक रुक-रुककर होती रही।
बीकानेर में गुरुवार सुबह बादलों की आवाजाही तो थी लेकिन इतनी जबरदस्त बारिश होगी, इसकी उम्मीद नहीं थी। बीकानेर जिले के लूणकरनसर, खाजूवाला, पूगल, कोलायत और श्रीडूंगरगढ़ के साथ नोखा में भी जमकर बादलों ने बरसात की। बीकानेर शहर में इस सीजन की सबसे ज्यादा बरसात दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने महज आठ एमएम बरसात दर्ज की है, जबकि हकीकत इससे कहीं ज्यादा बारिश हुई है।
बीकानेर रेलवे स्टेशन भी पानी से लबालब हो गया। ट्रेक पर काफी पानी एकत्र होने के साथ ही प्लेटफार्म पर भी पानी ही पानी नजर आया। कोई भी यात्री प्लेटफॉर्म पर अपना सामान रखने की स्थिति में नहीं था। करीब आधा फीट पानी प्लेटफॉर्म पर रेलवे की व्यवस्थाओं की पोल खोल रहा था। ट्रेक पर पानी आने के बाद भी रेलगाड़ियों का संचालन जारी रहा। हालांकि अधिकांश गाड़ियों का समय बिगड़ गया।
लूणकरनसर के सहनीवाला , फुलदेसर , रोझा व चक 1DLD,17 CHD , 16 CHD, 294 RD , 290 RD भारी बारिश से खेत जलमग्न हो गए हैं। इन गांवों में फसलें लगभग चौपट हो गई है। लगातार बारिश होने से फसल पानी में डूब गई और काफी देर तक डूबी रही। किसानों का मानना है कि इससे फसल को नुकसान हुआ है।
नोखा क्षेत्र में गुरुवार को इस मानसून को पहली मूसलाधार बारिश हुई। 45 मिनट हुई बारिश में लोगों को दिन भर की उमस के बाद गर्मी से राहत मिली। सड़कों पर जल जमाव हो गया। निचले क्षेत्रों जोरावरपुरा, कानपुरा, मोहनपुरा क्षेत्रों में बारिश का पानी घरों में घुस गया।
नोखा के बस स्टैंड के अंदर 1 फीट पानी भर गया। इसके अलावा नवली गेट, बाबा छोटू नाथ स्कूल, रेल अंडर ब्रिज में पानी भर गया। बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। इससे लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ा। ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल उठे। नोखा शहर में सुबह से ही धूप छांव की आंख मिचौली चलती रही। सुबह से गर्मी और उमस से लोग बेहाल थे। शाम के समय काले बादल आसमान में छा गए। दोपहर 3 बजे बारिश होने लगी।
17 अगस्त बाद बीकानेर और जोधपुर संभाग में तेज बारिश का अलर्ट
पूर्वी राजस्थान में पिछले कई दिनों से जारी बारिश का दौर अब कम होने की संभावना जताई गई है। बता दें कि मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी राजस्थान में 17 अगस्त के बाद बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है। वहीं दूसरी तरफ पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर और जोधपुर संभाग में आगामी 3-4 दिन कुछ भागों में तेज मेघगर्जन, आकाशीय बिजली के साथ मध्यम से कहीं-कहीं भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है। वहीं झीलों की नगरी उदयपुर संभाग के कुछ भागों में आगामी दिनों में हल्के से मध्यम बारिश होने की संभावना है।