राजस्थान हाईकोर्ट ने माना हीटवेव से हो रहीं मौतें, परिवारों को मुआवजा देने के निर्देश, अब तक 61 ने दम तोड़ा

  • 11 जिलों में बारिश की संभावना

जयपुर , 30 मई। हीटवेव से हो रहीं मौतों पर राजस्थान हाईकोर्ट ने स्वप्रसंज्ञान लेते हुए केंद्र व राज्य सरकार को मुआवजा देने को निर्देश दिए हैं। जस्टिस अनूप ढंढ ने आज केंद्र व राज्य सरकार को हीटवेव को लेकर विशेष एडवाइजरी जारी करने के लिए भी कहा है।

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देशभर में भीषण गर्मी और हीटवेव से सैकड़ों मौतें हो चुकी हैं, लेकिन सरकारें इस ओर ध्यान नहीं दे रही हैं। यह टिप्पणी आज राजस्थान हाईकोर्ट ने हीटवेव से हो रहीं मौतों के मामले में स्वप्रसंज्ञान लेते हुए की। जस्टिस अनूप कुमार ढंढ ने कहा कि अब समय आ गया है, जब हीटवेव (लू) और कोल्डवेव (शीतलहर) को राष्ट्रीय आपदा घोषित करके इनसे निपटने के लिए एडवांस तैयारी की जाए। कोर्ट ने राज्य सरकार को हीटवेव से होने वाली मौतों के मामले में उचित मुआवजा देने के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही कोर्ट ने लोगों को राहत देने के लिए सरकार को कई दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। राजस्थान में गर्मी-हीटवेव से अब तक 61 लोगों की मौत हो चुकी है।

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हालांकि, गर्मी-हीटवेव से अब तक 61  लोगों की मौत हुई हैं, लेकिन सरकार ने आधिकारिक तौर पर एक भी मौत की पुष्टि नहीं की है। प्रदेश में आज (नौतपा का छठा दिन) भी गर्मी का ऑरेंज अलर्ट है। 31 मई को राज्य के 11 जिलों में तेज आंधी चलने के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है।

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साथ ही 1 जून से प्रदेश में हीटवेव का दौर थमेगा। वहीं, प्रदेश में गर्मी से रही मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है। बुधवार रात को भी सीकर जिले में दो लोगों की गर्मी से मौत हो गई।

हालांकि प्रशासन और पुलिस ने इसको लेकर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने तक कुछ भी कहने से इनकार किया है।

प्रदेश में आज (नौतपा का छठा दिन) भी गर्मी का ऑरेंज अलर्ट है। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार 1 जून से प्रदेश में हीटवेव का दौर थम सकता है।

केंद्र ने 31 मई से से राज्य के 11 जिलों में तेज आंधी चलने के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। बारिश और आंधी का यह दौर 2 जून तक जारी रह सकता है।

बच्चों में पानी की कमी हो सकती है जानलेवा- डॉक्टर
जोधपुर एम्स में 6 नवजात शिशुओं का डायलिसिस कर उन्हें बचाया गया है। डा अरुण सिंह ने बताया कि शिशुओं में पानी की कमी होने से सोडियम बढ़ जाता है और शिशुओं का डायलिसिस करना पड़ता है।
एम्स में 15 दिन के 6 शिशुओं का डायलिसिस किया गया है। उन्होंने बताया कि सामान्य खून में सोडियम135 से 140 मिली इक्वीलेंट्स पर लीटर होती है और यह 160 से अधिक शिशु के लिए खतरनाक है।
एम्स में जिन शिशुओं का डायलिसिस किया गया उनमें सोडियम की मात्रा 175 से 180 तक मिली है। शिशु में पानी की कमी होने से इलाज के बावजूद उसके दिमाग पर हुए बुरे असर की क्षतिपूर्ति नहीं की जा सकती।

ज्यादा कमी होने से शिशु के गुर्दे खराब व मौत भी हो सकती है। उन्होंने बताया कि शिशुओं में इस तरह की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

हॉस्पिटल में भी मरीजों को परेशानी

अलवर के जिला हॉस्पिटल में लाइट कटौती की समस्या से मरीज परेशान हो रहे हैं। मरीजों के परिजनों का कहना है कि प्रशासन को बैकअप के इंतजाम रखना चाहिए।

अजमेर में भीषण गर्मी का दौर जारी है। ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के चलते कई समस्याएं आ रही हैं। गुरुवार को किशनगढ़ से कांग्रेस के विधायक विकास चौधरी ग्रामीणों के साथ कलेक्ट्रेट पर पहुंचे और प्रदर्शन किया।
चौधरी ने पानी सहित पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिला कलेक्टर भारती दीक्षित को सौंपा है।वहीं, चेतावनी दी कि जल्द इन समस्याओं को दूर नहीं किया गया तो ग्रामीणों के साथ वह आंदोलन पर उतरेंगे।

सीकर में 2 लोगों की मौत, 2 की हालत गंभीर
सीकर जिले में हीटवेव से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं 2 की हालत गंभीर बनी हुई है। फतेहपुर के टीबडों का मोहल्ला निवासी बाबूलाल बुधवार को चक्कर आने से बेहोश होकर गिर गए थे। इसके बाद आसपास के लोग उसे लेकर धानुका हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने बाबूलाल को मृत घोषित कर दिया। परिवार वालों का कहना है कि तेज गर्मी के कारण हालत बिगड़ी थी।

धोद इलाके के नागवा के रहने वाले शिव भगवान बुधवार दोपहर में बाड़े में ही बेहोश हो गए। शिव भगवान काफी देर तक अचेत अवस्था में तपती रेत पर पड़े रहे। इसके बाद परिजन उनको लेकर नागवा सीएचसी पहुंचे। यहां से शिव भगवान को सीकर रेफर किया गया। डॉक्टरों ने शिव भगवान को मृत घोषित कर दिया। उधर, शिव के भी परिवार वालों ने हीटवेव से मौत होने की बात कही है।

जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने से पहले कुछ भी कहने से इनकार किया है। केसरदेव और घीसाराम की हालत गंभीर है। उन्हें सीकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हाईकोर्ट ने माना हीटवेव से हो रहीं मौतें, परिवारों को मुआवजा देने के निर्देश, अब तक 58 ने दम तोड़ा

11 जिलों में बारिश की संभावना

जयपुर , 30 मई। हीटवेव से हो रहीं मौतों पर राजस्थान हाईकोर्ट ने स्वप्रसंज्ञान लेते हुए केंद्र व राज्य सरकार को मुआवजा देने को निर्देश दिए हैं। जस्टिस अनूप ढंढ ने आज केंद्र व राज्य सरकार को हीटवेव को लेकर विशेष एडवाइजरी जारी करने के लिए भी कहा है।

हालांकि, गर्मी-हीटवेव से अब तक 58 लोगों की मौत हुई हैं, लेकिन सरकार ने आधिकारिक तौर पर एक भी मौत की पुष्टि नहीं की है। प्रदेश में आज (नौतपा का छठा दिन) भी गर्मी का ऑरेंज अलर्ट है। 31 मई को राज्य के 11 जिलों में तेज आंधी चलने के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है।

साथ ही 1 जून से प्रदेश में हीटवेव का दौर थमेगा। वहीं, प्रदेश में गर्मी से रही मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है। बुधवार रात को भी सीकर जिले में दो लोगों की गर्मी से मौत हो गई।

हालांकि प्रशासन और पुलिस ने इसको लेकर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने तक कुछ भी कहने से इनकार किया है।

प्रदेश में आज (नौतपा का छठा दिन) भी गर्मी का ऑरेंज अलर्ट है। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार 1 जून से प्रदेश में हीटवेव का दौर थम सकता है।

केंद्र ने 31 मई से से राज्य के 11 जिलों में तेज आंधी चलने के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। बारिश और आंधी का यह दौर 2 जून तक जारी रह सकता है।

बच्चों में पानी की कमी हो सकती है जानलेवा- डॉक्टर
जोधपुर एम्स में 6 नवजात शिशुओं का डायलिसिस कर उन्हें बचाया गया है। डा अरुण सिंह ने बताया कि शिशुओं में पानी की कमी होने से सोडियम बढ़ जाता है और शिशुओं का डायलिसिस करना पड़ता है।
एम्स में 15 दिन के 6 शिशुओं का डायलिसिस किया गया है। उन्होंने बताया कि सामान्य खून में सोडियम135 से 140 मिली इक्वीलेंट्स पर लीटर होती है और यह 160 से अधिक शिशु के लिए खतरनाक है।
एम्स में जिन शिशुओं का डायलिसिस किया गया उनमें सोडियम की मात्रा 175 से 180 तक मिली है। शिशु में पानी की कमी होने से इलाज के बावजूद उसके दिमाग पर हुए बुरे असर की क्षतिपूर्ति नहीं की जा सकती।

ज्यादा कमी होने से शिशु के गुर्दे खराब व मौत भी हो सकती है। उन्होंने बताया कि शिशुओं में इस तरह की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

हॉस्पिटल में भी मरीजों को परेशानी

अलवर के जिला हॉस्पिटल में लाइट कटौती की समस्या से मरीज परेशान हो रहे हैं। मरीजों के परिजनों का कहना है कि प्रशासन को बैकअप के इंतजाम रखना चाहिए।

अजमेर में भीषण गर्मी का दौर जारी है। ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के चलते कई समस्याएं आ रही हैं। गुरुवार को किशनगढ़ से कांग्रेस के विधायक विकास चौधरी ग्रामीणों के साथ कलेक्ट्रेट पर पहुंचे और प्रदर्शन किया।
चौधरी ने पानी सहित पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिला कलेक्टर भारती दीक्षित को सौंपा है।वहीं, चेतावनी दी कि जल्द इन समस्याओं को दूर नहीं किया गया तो ग्रामीणों के साथ वह आंदोलन पर उतरेंगे।

सीकर में 2 लोगों की मौत, 2 की हालत गंभीर
सीकर जिले में हीटवेव से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं 2 की हालत गंभीर बनी हुई है। फतेहपुर के टीबडों का मोहल्ला निवासी बाबूलाल बुधवार को चक्कर आने से बेहोश होकर गिर गए थे। इसके बाद आसपास के लोग उसे लेकर धानुका हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने बाबूलाल को मृत घोषित कर दिया। परिवार वालों का कहना है कि तेज गर्मी के कारण हालत बिगड़ी थी।

धोद इलाके के नागवा के रहने वाले शिव भगवान बुधवार दोपहर में बाड़े में ही बेहोश हो गए। शिव भगवान काफी देर तक अचेत अवस्था में तपती रेत पर पड़े रहे। इसके बाद परिजन उनको लेकर नागवा सीएचसी पहुंचे। यहां से शिव भगवान को सीकर रेफर किया गया। डॉक्टरों ने शिव भगवान को मृत घोषित कर दिया। उधर, शिव के भी परिवार वालों ने हीटवेव से मौत होने की बात कही है।

जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने से पहले कुछ भी कहने से इनकार किया है। केसरदेव और घीसाराम की हालत गंभीर है। उन्हें सीकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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