भारत पर्व पर छाया राजस्थान की कला संस्कृति का रंग

  • दिल्ली के लाल किला प्रांगण में राजस्थान की झांकी और लोक कलाकार बने आकर्षण का केंद्र

नई दिल्ली, 29 जनवरी। दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला प्रांगण में 26 से 31 जनवरी तक आयोजित हो रहे भारत पर्व-2025 में चारों तरफ राजस्थानी कला, संस्कृति और भोजन की धूम दिखाई दे रही है। राजस्थान पर्यटन द्वारा भारत पर्व में लगाए गए स्टाॅल पर हर समय दर्शकों की भीड़ देखी जा रही है।

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नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में इस वर्ष राजस्थान की झांकी नहीं होने के बावजूद राजस्थान पर्व में रखी राजस्थान की झांकी पर लोग अपनी सेल्फी लेकर यादगार बना रहे हैं। इस अद्भुत झांकी के अग्रभाग में राजस्थान के पारंपरिक पर्व तीज की प्रसिद्ध सवारी के मनोहारी दृश्य को शामिल किया गया। जबकि पिछले भाग में शेखावाटी की प्राचीन और दुर्लभ हवेलियों की समृद्ध विरासत को दर्शाया गया है। झांकी के नीचे के पैनल में इन हवेलियों में बने हुए पुराने भित्ति चित्र और विभिन्न प्रकार के म्यूरल की डिजाइन का दिग्दर्शन किया गया हैं । साथ ही झांकी में राजस्थान सरकार द्वारा जल संरक्षण और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों की झलक को भी शामिल किया गया है ।

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लोककलाकारों द्वारा प्रस्तुत लोकनृत्य पर झूमे दिल्ली वासी
राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा भारत पर्व में प्रदेश के विभिन्न अंचलों से बुलाए गए कलाकारों के प्रदर्शन पर उपस्थित दिल्लीवासी स्वयं जमकर नृत्य करते दिखाई दिए। राजस्थान स्टाॅल पर जयपुर से आए कठपुतली कलाकार द्वारा विभिन्न प्रकार के कठपुतली प्रदर्शन देख उपस्थित भीड़ ने तालियों से उनका अभिवादन किया।

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भारतीय कला केन्द्र की नृत्य छात्राओं द्वारा लोक कलाकारों संग नृत्य की सराहना
भारत पर्व में राजस्थानी कलाकारों द्वारा कालबेलिया, चकरी और गैर नृत्य पर भारतीय कला केन्द्र की नृत्य छात्राओं ने मिलकर नृत्य किया। जिसे उपस्थित जन समूह ने करतल ध्वनि कर खूब सराहा। इन नृत्य छात्राओं के संयुक्त नृत्य को देखकर अन्य लोगो ने भी कलाकारों के संग नृत्य कर आनंद लिया। भारतीय कला केन्द्र की नृत्य छात्रा ने सुश्री सुकृति अग्रवाल ने बताया कि इस बार गणतंत्र दिवस परेड में राजस्थान की झांकी नही दिखने के कारण उन्हे निराशा हुई किन्तु भारत पर्व में राजस्थान की झांकी देखकर उन्हें बहुत ख़ुशी हुई। जयपुर से आई कालबेलिया नृत्यांगना सुश्री काजल सोलंकी ने बताया कि उनकी कई पीढ़ी द्वारा गत वर्षो से इस नृत्य का प्रदर्शन किया जा रहा है।

7 फुट लंबी मूंछों वाले कंवर लाल चौहान बने फोटो सेल्फी लेने वालो के चहेते
भारत पर्व में बीकानेर से आए कंवर लाल चौहान अपनी 7 फुट लंबी मूंछो के साथ आकर्षण का केन्द्र बने रहे। उनके साथ सेल्फी लेने वालो की भीड़ देखी गई। इस अवसर पर चौहान ने बताया कि वह पिछले 13 वर्षो से इन मूंछो का विशेष ख्याल रख रहे है। उन्हें उनकी मूंछो के लिए मिस्टर डीग, मिस्टर बीकाणा और मिस्टर बूंदी के पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है।

 

mahatma gandhi

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