बीकानेर में खरतरगच्छीय मुनिवृंद का धार्मिक कार्यक्रम


- आज अभिषेक, गुरुवार को नगर प्रवेश शोभायात्रा
बीकानेर, 2 जुलाई। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ के गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिन मणि प्रभ सूरीश्वरजी महाराज के आज्ञानुवर्ती गणिवर्य श्री मेहुल प्रभ सागर , मुनि मंथन प्रभ सागर और बाल मुनि मीत प्रभ सागर बीकानेर में धार्मिक गतिविधियों में व्यस्त हैं।




निर्माणाधीन गोल मंदिर में आज अभिषेक और धर्म चर्चा


अभिषेक समारोह: गुरुवार, 3 जुलाई को गंगाशहर स्थित निर्माणाधीन भव्य श्री पार्श्वनाथ जैन मंदिर (गोल मंदिर) में सुबह 8 से 9 बजे तक वर्धमान शकस्तवन अभिषेक का आयोजन किया जाएगा। इस अभिषेक के लाभार्थी फौजराज बांठिया पारसनाथ जैन मंदिर ट्रस्ट हैं, जिन्होंने अभिषेक के बाद नवकारसी की भी व्यवस्था की है। लूणिया कोठी में धर्म चर्चा: मुनि व साध्वीवृंद गुरुवार शाम 4:30 बजे गंगाशहर रोड पर स्थित लूणिया कोठी में धर्म चर्चा करेंगे।
चातुर्मासिक प्रवेश शोभायात्रा 4 जुलाई को
मुनिवृंद का संबोधि चातुर्मासिक प्रवेश 4 जुलाई को सुबह 8 बजे शोभायात्रा के साथ होगा। यह शोभायात्रा गोगागेट की गौड़ी पार्श्वनाथजी से शुरू होगी और नगर के विभिन्न जिनालयों के आगे से तथा जैन बहुल मोहल्लों से होते हुए बागड़ी मोहल्ले की ढढ्ढा कोटड़ी पहुंचेगी। श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट और अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद बीकानेर शाखा (के.यू.प) की ओर से बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए अलग-अलग स्थानों पर आवास आदि की व्यवस्था की गई है।
मुनि मेहुल प्रभ सागर के प्रेरक प्रवचन
अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद बीकानेर शाखा के.यू.प. के उपाध्यक्ष कमल चंद सेठिया और धर्मेन्द्र खजांची ने बताया कि गणिवर्य श्री मेहुल प्रभ सागर आदि ठाणा ने बुधवार को जैन एन्क्लेव में प्रवचन दिए। इस दौरान वरिष्ठ श्राविका श्रीमती हुलासी देवी, पुखराज, ललित, नरेंद्र व वीरेंद्र पुगलिया आदि ने मुनिवृंद व बीकानेर की साध्वीश्री दीपमाला श्रीजी का वंदन-अभिनंदन किया।
गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर. ने अपने प्रवचन में कहा कि संसार और सांसारिक विषय-भोग की वस्तुओं में वास्तविक सुख व शांति नहीं है। उन्होंने आत्म शांति के लिए मोक्ष का लक्ष्य रखने तथा उत्तम ज्ञान, दर्शन व चारित्र की साधना करने पर जोर दिया। मुनिश्री ने कहा कि भगवान महावीर की वाणी का श्रवण कर किसी एक पर नित्य चिंतन-मनन करते हुए अपने जीवन को सार्थक बनाने का प्रयास व पुरुषार्थ करना चाहिए।
इस अवसर पर श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के उपाध्यक्ष महावीर डागा, पूर्व अध्यक्ष निर्मल धारीवाल, अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद बीकानेर शाखा (के.यू.प) के अध्यक्ष अनिल सुराणा, वरिष्ठ श्रावक महादेव सुराणा व राजेंद्र लूणिया आदि उपस्थित थे।