कोलकाता की ट्रेनी डॉक्टर हत्याकांड के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर गए, सिर्फ इमरजेंसी चलेगी
- आरएमसीटीए ने प्रिंसिपल को दिया ज्ञापन
बीकानेर,14 अगस्त। काेलकाता के आरजी मेडिकल काॅलेज में रेजिडेंट डाॅक्टर की हत्या के विरोध में पीबीएम हाॅस्पिटल के सभी रेजिडेंट डाॅक्टर्स मंगलवार काे हड़ताल पर चले गए। इमरजेंसी सेवाओं काे छाेड़ वार्ड की सेवाएं प्रभावित हुई हैं। प्लान्ड ऑपरेशन टाल दिए गए हैं। शाम को डॉक्टर्स ने कैंडल मार्च निकाला।
रेजिडेंट डाॅक्टर्स की हड़ताल के कारण आउटडाेर में मरीजाें की भारी भीड़ रही। हड़ताल लंबी चलने की संभावनाओं काे देखते हुए रुटीन के मरीज ज्यादा आये । ताकि एक महीने तक की दवाएं लिखवा सकें। पहला दिन हाेने के कारण हड़ताल का असर कम देखने काे मिला। वार्ड भी भरे हुए नहीं थे। ऑपरेशन भी इमरजेंसी वाले ही किए गए।
मेडिकल कॉलेज बीकानेर के प्राचार्य डॉ गुंजन सोनी ने बताया कि पीबीएम में करीब 514 रेजिडेंट डाॅक्टर हैं, जिनके भराेसे ही अस्पताल चलता है। इनमें से 382 रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर है तथा 132 डॉक्टर कार्यरत है। पीबीएम हाॅस्पिटल में ट्रॉमा, हार्ट, मेडिसिन, सर्जरी सहित सभी आईसीयू में रेजिडेंट डाॅक्टराें ने ड्यूटी दी। वार्ड और आउटडाेर छाेड़ दिए गए। इनमें सीनियर रेजिडेंट, जूनियर रेजिडेंट और इंटर्न की ड्यूटी लगाई गई है। हालांकि इन सभी ने हड़ताल काे समर्थन दे दिया है।
बुधवार से आउटडाेर, सर्जरी और वार्डाें की सेवाओं पर असर पड़ा है । राजस्थान मेडिकल काॅलेज टीचर्स एसाेसिएशन के पदाधिकारियाें ने मंगलवार काे मेडिकल काॅलेज प्रिंसिपल काे ज्ञापन देकर घटना की निंदा की है। अध्यक्ष डाॅ. बीके गुप्ता ने बताया कि इस घटना से चिकित्सकों में राेष व्याप्त है।
आराेपियाें काे गिरफ्तार कर कठाेर सजा देने की मांग की गई है। साथ ही केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि अस्पतालाें में खासकर महिला डाॅक्टराें की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। गाैरतलब है कि काेलकाता के आरजी मेडिकल काॅलेज में शुक्रवार काे 31 साल की रेजिडेंट डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। उसका शव सेमिनार हाॅल में अर्धनग्न अवस्था में पाया गया था। शरीर पर चाेट के निशान थे। इस घटना काे लेकर देशभर में चिकित्सक उद्वेलित हैं।
डॉ. अभिजीत यादव, अध्यक्ष, रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कहा कि “पीबीएम हाॅस्पिटल में सभी रेजिडेंट्स हड़ताल पर चले गए हैं। सीनियर, जेआर और इंटर्न ने भी अपना समर्थन दे दिया है। राजस्थान रेजिडेंट डाॅक्टर्स एसाेसिशन के आह्वान पर अगला कदम उठाया जाएगा।”