साध्वी श्री कीर्तियशा जी संथारा प्रत्याख्यान किया



गंगाशहर, 27 मई। गंगाशहर सेवा केंद्र शान्तिनिकेतन में विराजित साध्वी श्री कीर्तियशा जी को आज युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की आज्ञा से दिनांक 27-05-2025 को दोपहर 3:47 बजे तिविहार संथारा का प्रत्याख्यान करवाया गया। उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनि श्री कमल कुमार जी स्वामी, सेवाकेंद्र व्यवस्थापिका साध्वी श्री विशद्प्रज्ञा जी व साध्वी श्री लब्धियशा जी ने प्रत्याख्यान करवाया तथा अनेक साधु-साध्वी गण, पारिवारिकजन सहित समाज व सभा के गणमान्य जन उपस्थित थे।




गंगाशहर के डागा परिवार में जन्मी 63 वर्षीय साध्वीश्री कीर्तियशा जी पिछले कुछ वर्षों से असाध्य बिमारी से जूझ रही थी। कीर्तियशा जी बहुत ही समता भाव से स्वाध्याय करते हुए जीवन जी रही है। संथारे का समाचार सुनते ही दर्शनार्थियों का तांता लग गया है। अभी गंगाशहर में तेरापंथ समाज के 6 साधू व 40 साध्वियां प्रवास कर रही हैं। सोहनलाल जी झमकू देवी डागा की पुत्री कस्तूरी ( मुमुक्षु करुणा ) का जन्म 20 अक्टूबर 1962 को गंगाशहर में हुआ। तेरापंथ के महाप्रतापी आचार्य श्री तुलसी के कर कमलों से 10 नवम्बर 1986 को लाडनूं में हुयी। अपने साध्वी काल में मेवाड़, मारवाड़, हरियाणा, पंजाब, थली प्रांत की खूब यात्राएं की।

