सात दिवसीय ज्ञानशाला गुरुदर्शन यात्रा का आयोजन
चेन्नै,22 अक्टूबर। श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा चेन्नैई के तत्वाधान में मुनिश्री हिमांशुकुमारजी ठाणा2 व साध्वीश्री गवेषणाश्रीजी ठाणा3 के मंगल आशीर्वाद से सात दिवसीय ज्ञानशाला गुरुदर्शन यात्रा का आयोजन किया गया।
मुख्य प्रवचन पंडाल में नयनाभिराम रैली के रूप में प्रवेश तथा सभाध्यक्ष अशोक खतन्ग के वक्तव्य के पश्चात ज्ञानार्थियों व प्रशिक्षकों द्वारा साध्वीश्री गवेषणाश्रीजी द्वारा प्रदत्त सामूहिक गीत की प्रस्तुति का अनमोल अवसर प्राप्त हुआ। परम श्रद्धेय गुरुदेव ने विशेष प्रेरणा पाथेय में चेन्नै ज्ञानशाला के उत्तरोत्तर विकास के आशीर्वाद के साथ प्रशिक्षकों को अपने दायित्व के प्रति जागरूक रहने की प्रेरणा प्रदान की।
पूज्यवर ने असीम कृपा कर चेन्नै ज्ञानशाला को सेवा का विशेष अवसर प्रदान करवाया।सभा मंत्री गजेंद्र खाँटेड के संचालन में अध्यक्ष अशोक खतन्ग व यात्रा प्रायोजक प्यारेलाल पितलिया ने चेन्नै ज्ञानशाला की जानकारी देते हुए गुरुदेव की अनंत कृपा के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। ज्ञानार्थियों के साथ सीधे संवाद में पूज्यवर ने ज्ञानार्थियों की अनेक जिज्ञासाओं का समाधान किया।
साध्वी प्रमुखाश्री ने सेवा के समय ज्ञानार्थियों के साथ सहजता के साथ बात करते हुए ‘BEST’ शब्द का प्रेरणादायक विश्लेषण किया।आशातीत समय पाकर सबने धन्यता का अनुभव किया। मुख्यमुनि प्रवर एवं साध्वीवर्याजी ने ज्ञानार्थियों और प्रशिक्षकों को विशेष प्रेरणा में अच्छा श्रावक बनने व अधिकाधिक मुमुक्षु तैयार करने पर बल दिया।
ज्ञानशाला पर्यवेक्षक मुनिश्री उदितकुमारजी ने दो सत्र में सेवा के समय ज्ञानार्थियों को विशेष प्रेरणा व प्रशिक्षकों को अनेक बिंदुओं पर प्रशिक्षण प्रदान किया।मुनिश्री ने चेन्नै ज्ञानशाला विभाग को ज्ञानशाला सह पर्यवेक्षक मुनिश्री हिमांशुकुमार जी से प्रेरणा व मार्गदर्शन प्राप्त करने का इंगित भी फरमाया। यात्रा में सम्भागी समस्त सदस्यों को प्रवास स्थल पर आधुनिक तकनीक पर आधारित ज्ञान कुंज का अवलोकन और धार्मिक फ़िल्म देखने का अवसर प्राप्त हुआ।
प्रतिदिन गुरु चरण स्पर्श के सौभाग्यशाली अवसर के अतिरिक्त साधु-साध्वियों के दर्शन,सेवा,उपासना तथा रेल यात्रा-प्रवास की मधुर समृत्तियों के साथ दिनांक 8.10.2024 को संघ सानंद चेन्नै पहुंचा। 115 ज्ञानार्थियों,55 प्रशिक्षकों व 10 कार्यकर्ताओं सहित 180 सदस्य इस संघ में सहभागी बने।
संयोजक मनोज डुंगरवाल ने अपनी टीम की ओर से सभाध्यक्ष , व इस यात्रा संघ के प्रायोजक परिवार के साथ ज्ञानशाला प्रशिक्षकों से प्राप्त सहयोग व कार्यकर्ताओं के प्रति सम्मान की भावना तथा चेहरे पर मधुर मुस्कान के साथ ज्ञानार्थियों के अनुसाशित व शालीन व्यवहार के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।
सफल आयोजन हेतु ज्ञानार्थियों, अभिभावकों व प्रशिक्षकों से अत्यंत उत्साहजनक प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं तथा श्रावक समाज का अत्यंत स्नेह व आशीर्वाद प्राप्त हुआ।
संयोजकीय टीम में हेमंत मालू, कमल सामसुखा, कमल आच्छा,ज्ञानशाला प्रभारी राजेश सांड,ज्ञानशाला सह प्रभारी अनिल बोथरा, सुरेश तातेड़,देवेंद्र सुराणा, दीपक श्रीश्रीमाल,पुखराज पारख,हरीश आच्छा, विकास छाजेड़, पवन मांडोत, नरेन्द्र भंडारी व मनोज डुंगरवाल आदि का पूर्ण सहयोग व श्रम रहा।