श्री जैन कन्या पी.जी. महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित हुआ
बीकानेर , 6 जनवरी। श्री जैन कन्या पी.जी. महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह 2023-24 का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि माननीय प्रो. श्री मनोज दीक्षित जी, कुलपति महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, समारोह अध्यक्ष सुश्री सिद्धि कुमारी विधायक, बीकानेर पूर्व, एवं विशिष्ट अतिथि श्रीमती नेहा जैन, समाज सेविका, का संस्था अध्यक्ष विजय कुमार कोचर, उपाध्यक्षा-श्रीमती नयनतारा छल्लाणी एवं श्रीमती इन्दु देवी जी सुराणा,सचिव सीए माणक कोचर, चम्पकमल सुराणा कोषाध्यक्ष तथा उपस्थित संस्था के सभी पदाधिकारियों द्वारा माल्यार्पण कर स्वागत किया गया एवं शाॅल ओढाकर, स्मृति चिन्ह देकर स्वागत अभिनन्द किया गया ।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालयी परीक्षाओं में मेरिट में आई छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। महाविद्यालय स्तर प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया एवंम गत तीन वर्षो में स्वर्ण पदक प्राप्त छात्राओं को सीए सुशील सामसुखा परिवार की श्रीमती नेहा जैन द्वारा नगद पुरस्कार राशि देकर सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम की इसी कड़ी में खेलकूद प्रतियोगिताओं में भी कई प्रकार के खेलों में स्वर्ण पदक विजेता छात्राओं को भी विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया । महाविद्यालय में पूर्व छात्रा कु. दिव्या सोनी का राजस्थान प्रशासनिक सेवा में मेरिट में 16 वें स्थान पर चयनित होने पर उन्हे स्मृति चिन्ह देकर विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम में प्राचार्य डाॅ. सन्ध्या सक्सेना ने महाविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जिसमें छात्राओं के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर उन्हे बधाई दी और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनायें दी। संस्था अध्यक्ष विजय कोचर ने छात्राओं से आह्वान किया की समय का प्रबन्धन, एवं तकनीक का सही प्रयोग करके श्रेष्ठ लक्ष्य प्राप्त करें ।
विधायक सुश्री सिद्धी कुमारी ने मानसिक रूप से आप स्वस्थ हैं तो सपने साकार होने से कोई रोक नहीं सकता । संस्था सचिव सीए श्री माणकचन्द कोचर द्वारा छात्राओं से सही दिशा व उपयोगिता के आधार पर सोशल मिडिया का सदुपयोग करने की सलाह दी । विशिष्ट अतिथि श्रीमती नेहा जैन ने शिक्षा स्वयंम के लिये ही नहीं बल्कि दूसरों के भविष्य को उजागर करने के लिये भी होनी चाहिये ।
कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने सफलता के लिये अपने क्षमता का विकास करना होगा, साथ ही सीखने की कला स्वयं में विकसित करनी होगी, कार्यक्रम का संचालन प्रो. धनपत जैन ने किया ।