एसजेपीएस – मंत्र का सही उच्चारणः मन्त्र शक्ति का सही आधार


जैनाचार्य गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद् विजय धर्मधुरंधर सूरीश्वर महाराज की उपस्थिति में मनाया गया



बीकानेर , 09 अप्रैल। सम्पूर्ण विश्व को शांति एवं सद्भावना के सूत्र में पिरोने के जैन धर्म के नवकार महामंत्र की महिमा को उजागर करते हुए 09 अप्रैल 2025 को विश्व नवकार महामंत्र दिवस पर श्री जैन पब्लिक स्कूल, बीकानेर के सभागार में जैनाचार्य गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद् विजय धर्मधुरंधर सूरीश्वर जी महाराज . की सौभाग्यशाली उपस्थिति में मनाया गया। इस अवसर पर शालाध्यक्ष विजय कुमार कोचर, सचिव सीए माणक कोचर, समिति के विशेष सदस्यगण, प्रधानाचार्या रूपश्री सिपानी एवं समस्त शाला परिवार के साथ आचार्यश्री ने अपने श्रीमुख से इस शाश्वत महामंत्र के गूढ़ रहस्य एवं अर्थ को साझा किया।



अपने सम्बोधन में गुरुदेव ने महामन्त्र के उच्चारण की शुद्धि हेतु वर्णों का सही ज्ञान कराते हुए नवकार महामन्त्र को सर्वार्थ हितार्थ बताते हुए महामंत्र नवकार के नवपदों को हृदय में कमल रूपी नौ पंखुड़ियों के माध्यम से मोक्ष प्राप्ति का स्रोत बताया। विद्यार्थियों ने गुरुदेव के स्वागत में स्वागत गीत, नवकार महामंत्र आधारित लघु नाटिका की प्रस्तुति देने के साथ ही बांसुरी पर सरस्वती वंदना का मोहक गान प्रस्तुत किया गया।
शाला परिवार ने गुरुदेव को सम्मान स्वरूप कांबली बोहराई तथा शालाध्यक्ष ने गुरुदेव द्वारा 10-11 साल की अल्प आयु में ही शिक्षा के प्रति निरंतर अध्ययनशील रहने एवं अपने प्राप्त ज्ञान से समस्त विश्व का कल्याण करने का उद्देश्य लेने वाले गुरुदेव के कई विश्वविद्यालय से जुड़े होने तथा उन्हें सरस्वती का उपासक की उपाधि मिलने की बात से सभी को प्रेरित किया।
गुरुदेव के प्रेरणादायक कथनों के प्रति शाला परिवार की ओर से कोटिश आभार प्रकट करते हुए शाला सचिव ने गुरुदेव की अद्भुत ज्ञान संपदा से प्रभावित होकर उन्हें माँ सरस्वती का पुत्र बताते हुए गुरुदेव के आगमन से शाला को धन्य होना बताया। कार्यक्रम के समापन पर सभी ने गुरुदेव का आशीर्वाद ग्रहण किया। शाला की सीईओ सीमा जैन ने आचार्य श्री के आगमन एवं महामंत्र की व्याख्या कर जीवन को सरल एवं सहज़ बनाने हेतु प्रेरित करने पर हार्दिक आभार प्रेषित किया।