श्री सीमंधर स्वामी के मंदिर में भक्ति के साथ स्नात्र पूजा
बीकानेर, 31 मार्च। छह शताब्दी प्राचीन भांडाशाह जैन मंदिर परिसर के श्रीसीमंधर स्वामी जिनालय में रविवार को श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ से सम्बद्ध ज्ञान वाटिका के बच्चों ने श्रद्धा भक्ति के साथ स्नात्र पूजा की । पूजा के दौरान शांत कलश स्थापित कर सबके मंगलमय जीवन की कामना की गई।
श्रीचिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल ने बताया कि जैन पौराणिक ब्रह्मांड के अनुसार श्रीसीमंधर स्वामी वर्तमान में मौजूद रहने वाले तीर्थंकर, अरिहंत है जो एक और दुनिया (विदेह क्षेत्र) में अजर-अमर विचरण करते हुए प्राणीमात्र की रक्षा कर रहे हैं। ज्ञान वाटिका के बच्चों ने श्रीसीमांधर स्वामी को साक्षी रूप में भीतर की शुद्ध आत्मा में जीवंत उपस्थित मानकर श्रद्धा व भक्ति से वंदना की। श्री सीमंधर स्वामी का मंदिर निर्माण विक्रम संवत 1887 में हुआ था। इस मंदिर का जीर्णोद्धार जापान जैन संघ, कोवे की ओर से श्रीमती जमुना देवी रतन लाल डागा परिवार के मनसुख राज, मनोज कुमार, सोहम डागा ने 2003 में करवाया था। मंदिर में सुनहरी कलम का कार्य, आला गीला चित्रकारी का सुन्दर कार्य किया गया है। बच्चों ने क्षमा कल्याणजी सहित अनेक प्रतिष्ठत देवों की भी पूजा की ।
भारत सरकार की ओर से राष्ट्रीय संरक्षित स्मारक के रूप में घोषित भांडाशाह जैन मंदिर परिसर के श्रीसीमंधर स्वामी मंदिर में रविवारीय जिनालय पूजा, चैत्यवंदन अभियान के समन्वयक ज्ञानजी सेठिया, पवनजी खजांची व ज्ञान वाटिका की श्रीमती सुनीता नाहटा के नेतृत्व में पूजा की गई। पूजा नन्हें बालक ने गुरु वंदन मेहूल खजांची,बड़ी शांति की पूजा तनिषा सेठिया ने व दर्शन सेठिया ने चैत्यवंदन वंदन करवाया।