दुश्मन को घर में घुसकर मारने की तैयारी में जुटे हैं जवान, नए हथियारों से हमले

बीकानेर , 28 फ़रवरी। देश के दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने के लिए इंडियन आर्मी किसी भी हद तक जा सकती है। दुश्मन के दूरस्थ और दुर्गम ठिकानों पर न सिर्फ हमला कर सकती है, बल्कि उसके आसपास ही अपना खुफिया अड्‌डा भी तैयार कर सकती है। एक सिस्टम डवलप किया जा सकता है, जिससे दुश्मन पर पूरी नजर रखी जा सके। कुछ ऐसी ही ट्रेनिंग इन दिनों भारत-जापान के जवान एक-दूसरे को दे रहे हैं।

indication
L.C.Baid Childrens Hospiatl

बीकानेर के महाजन फिल्ड फायरिंग रेंज में चल रही “धर्मा गार्डियन” युद्धाभ्यास में दोनों देशों के जवान हिस्सा ले रहे हैं। इस युद्धाभ्यास में भारत और जापान एक दूसरे को हथियारों के साथ ही तकनीक का ज्ञान दे रहे हैं। मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम बनाना सिखाया जा रहा है। इस दौरान अस्थायी ऑपरेटिंग बेस स्थापित करने, खुफिया जानकारी देने, निगरानी और मोबाइल वाहन चेक पोस्ट बनाने जैसी ट्रेनिंग दी जा रही है। हर बार की तरह इस बार भी गांव में एक शत्रु गांव पर हमला किया जा रहा है। जहां छिपे हुए आतंकियों को मारने के लिए जमीन और आसमान से हमले किए जा रहे हैं। इस दौरान हेलीबोर्न संचालन और हाउस इंटरवेंशन ड्रिल भी की जा रही है।

mmtc
pop ronak

दोनों देशों के चालीस जवान

khaosa image changed
CHHAJER GRAPHIS

इस “धर्मा गार्डियन” युद्धाभ्यास में दोनों देशों के चालीस सैन्यकर्मी हिस्सा ले रहे हैं। जापान की ओर से जापान की 34वीं इंफैंट्री रेजिमेंट के जवान हिस्सा ले रहे हैं। वहीं भारतीय सेना से राजपूताना राइफल्स की एक बटालियन हिस्सा ले रही है।

रणनीति पर युद्धाभ्यास

इस दौरान दोनों देशों के सैनिक दुश्मनों खत्म करने के लिए रणनीति पर भी चर्चा कर रहे हैं। इसके लिए किस तरह की नई तकनीक का उपयोग किया जा सकता है और किस तरह दुश्मन को घेरकर मारा जा सकता है।

धोरों में शारीरिक अभ्यास

भारत और जापान के जवान इन दिनों सुबह सूर्योदय से पहले रेत के धोरों में शारीरिक अभ्यास भी कर रहे हैं। दोनों देशों के जवान सुबह रनिंग करने के बाद कई तरह के गेम्स में भी पसीना बहा रहे हैं। सुबह से शाम तक हथियारों की ट्रेनिंग भी ली जा रही है।

 

bhikharam chandmal

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *