महाकुंभ-संगम पर भगदड़, 38 की मौत, आंकड़ा बढ़ने की आशंका

shreecreates
quicjZaps 15 sept 2025
  • प्रयागराज में अभी भी 9 करोड़ लोग, राहुल बोले- बदइंतजामी से हुआ हादसा

प्रयागराज, 29 जनवरी। प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। हादसे में अब तक 38  से ज्यादा लोगों की मौत होने की खबर है। 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हैं।  मेडिकल कॉलेज में पहले 14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए गए। बाद में एंबुलेंस से कुछ और शवों को मेला क्षेत्र से लाया गया।

indication
L.C.Baid Childrens Hospiatl
SETH TOLARAM BAFANA ACADMY

इधर, प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर हादसे के 30 घंटे बाद भी कोई जानकारी नहीं दी है। पीएम मोदी ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा-श्रद्धालु संगम पर ही स्नान करने की न सोचें। गंगा हर जगह पवित्र है, वे जहां हैं उसी तट पर स्नान करें।

pop ronak

उधर, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि वीआईपी कल्चर और सरकार की बदइंतजामी के कारण भगदड़ मची है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा-महाकुंभ को सेना के हवाले कर देना चाहिए।

भगदड़ की 2 प्रमुख वजहें

अमृत स्नान की वजह से ज्यादातर पांटून पुल बंद थे। इसके कारण संगम पर पहुंचने वाली करोड़ों की भीड़ इकट्ठा होती चली गई। जिससे बैरिकेड्स में फंसकर कुछ लोग गिर गए। यह देखकर भगदड़ की अफवाह फैल गई।

संगम नोज पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे। लोग जिस रास्ते से आ रहे थे, उसी रास्ते से वापस जा रहे थे। ऐसे में जब भगदड़ मची तो लोगों को भागने का मौका नहीं मिला। वे एक-दूसरे के ऊपर गिरते गए।

हादसे के बाद 70 से ज्यादा एम्बुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज से सटे जिलों में श्रद्धालुओं को रोक दिया गया है। वहां प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है।

महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है, जिसके चलते करीब 9 करोड़ श्रद्धालुओं के शहर में मौजूद होने का अनुमान है। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है। इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।

कुंभ में भगदड़ मचने का कारण?
मेला के लिए विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा ने बताया, ‘संगम नोज पर बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिसमें कुछ लोग घायल हुए हैं और उनका अभी इलाज चल रहा है. घायलों को मेला क्षेत्र में स्थापित अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कई घायलों के रिश्तेदार भी पहुंच गए हैं.’

बचने का कोई मौका नहीं था: चश्मदीद
अस्पताल के बाहर रोते हुए सरोजनी नामक महिला ने बताया, ‘दो बसों में हमारा 60 लोगों का बैच आया है. हम समूह में नौ लोग थे कि अचानक धक्का मुक्की हुई और कई लोग गिर गए. हम फंस गए और भीड़ बेकाबू हो गई. बचने का कोई मौका नहीं था. क्योंकि सभी तरफ से धक्का दिया जा रहा था.

कुंभ में कम होने लगी भीड़
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा, ‘हम देख रहे हैं कि अब भीड़ कम हो रही है, और हम मेला प्रशासन से चर्चा कर रहे हैं. अगर भीड़ कम होगी तो हम ‘स्नान’ करना चाहेंगे. हमने ‘स्नान’ स्थगित कर दिया था. सुबह हम भी कोशिश कर रहे हैं कि स्थिति सामान्य हो जाए और फिर हम मेला प्रशासन से बात करेंगे और फिर ‘स्नान’ करेंगे.

महाकुंभ भगदड़-एक घंटे के अंदर PM मोदी ने दो बार की CM योगी से बात

कहा जा रहा है कि संगम नोज पर अफवाह के चलते भगदड़ हुई. इस हादसे के बाद सभी 13 अखाड़ों का अमृत स्नान (Amrit Bath) रद्द कर दिया गया है. महाकुंभ में भगदड़ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो घंटे के भीतर तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है.इस संबंध में प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हालात की जानकारी ली और तत्काल मदद के निर्देश दिए हैं. वह लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं.

इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी सीएम योगी से बात कर हालात का जायजा लिया. उन्होंने केंद्र से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी सीएम योगी से फोन पर बात की और केंद्र सरकार की ओर से सभी स्वास्थ्य सेवाओं की मदद का आश्वासन दिया. योगी आदित्यनाथ ने नड्डा को बताया कि प्रशासन ने हालात पर काबू कर लिया है. वहीं, अब अखाड़ों का अमृत स्नान बसंत पंचमी को होगा. दरअसल मेला प्रशासन ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्रपुरी से फिलहाल अखाड़ों के अमृत स्नान को रोकने की अपील की थी, जिसके बाद अमृत स्नान को रद्द कर दिया गया.

कैसे हुआ हादसा?
यह हादसा रात दो बजे हुआ. संगम नोज पर बैरियर टूटने से भगदड़ मच गई, जिसके बाद ये हादसा हुआ. घायलों का इलाज मेला क्षेत्र के सेक्टर 2 में बने केंद्रीय अस्पताल में चल रहा है. प्रयागराज मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में कई शव ले जाए गए हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *