चूरु जिले का गजेटियर ड्राफ्ट पर सुझाव व आपत्तियां मांगी
चूरू, 04 दिसंबर। चूरू जिले के गजेटियर ड्राफ्ट में अंकित तथ्यों के संबंध में सुझाव एवं आपत्तियां आमंत्रित करने के लिए गजेटियर ड्राफ्ट को चूरू जिले की वेबसाइट पर आमजन के अवलोकन के लिए उपलब्ध करवाया गया है।
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने बताया कि राज्य के आयोजना (जनशक्ति) विभाग द्वारा जिले के गजेटियर का कार्य करीब 54 वर्ष उपरांत अद्यतन किया जा रहा है। इससे पूर्व वर्ष 1970 में जिले का प्रथम गजेटियर प्रकाशित किया गया था। जिला गजेटियर जिले के भौगोलिक, ऎतिहासिक, सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक परिदृश्य को दर्शाने वाला सरकार का महत्त्वपूर्ण प्रकाशन है। जिला गजेटियर ड्राफ्ट की बारीकी से जांच के लिए जिला कलक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय संपादक मंडल का गठन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न सेक्टरों के विषय विशेषज्ञों को सम्मिलित किया जायेगा। जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने बताया कि ड्राफ्ट में अंकित तथ्यों के संबंध में सुझाव-आपत्तियां आमंत्रित करने के लिए गजेटियर ड्राफ्ट को जिले की वेबसाइट पर आमजन के अवलोकन के लिए भी उपलब्ध करवाया गया है। सुराणा ने आमजन से अपेक्षा जताई है कि गजेटियर ड्राफ्ट में अंकित तथ्यों अथवा विषय-वस्तु के संबंध में आमजन अपने सुझाव-आपत्तियों से संबंधित पूर्ण जानकारी (तथ्यों तथा संदर्भ सहित) 10 दिवस की अवधि में विभागीय ई-मेल आईडी cpo_churu@yahoo.in पर प्रेषित कर सकते हैं।
सशस्त्र सेना झण्डा दिवस 7 दिसम्बर को
चूरू, 04 दिसंबर। राष्ट्र के लिये सीमा पर बहादुरी से लड़ाई लड़ने वाले देश के जांबाज सैनिकों का सम्मान पर्व सशस्त्र सेना झण्डा दिवस 7 दिसंबर को मनाया जाएगा।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कैप्टन (नेवी) कुंवर दलीप सिंह ने बताया कि यह दिन हमें पूर्व सैनिकों, वीरांगनाओं और उनके आश्रितों को सम्मान देने की प्रेरणा देता है। देश के लिये सदैव तत्पर रहते अपने प्राणों तक की परवाह नहीं करने वाले सैनिकों की वीरता, साहस और राष्ट्र की सूरक्षा के लिये प्राणोत्सर्ग करने वाले शूरवीरों के बलिदान का स्मरण करते यह दिन उनके परिजनों के कल्याणार्थ उदार मन से सहयोग करने का पावन अवसर भी है। हम सभी का यह कर्तव्य है कि देश की रक्षा और सेवा में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले इन रणबांकुरों, पूर्व और सेवारत सैनिकों तथा उनके परिवारो के कल्याणार्थ आगे आएं। उन्होंने अनुरोध किया है कि वीर जवानों के प्रति अपनी कृतज्ञता और सम्मान प्रकट करते हुए सशस्त्र सेना के कल्याण के लिए सभी मुक्त हस्त से अपना योगदान दें।