बीकानेर के वरिष्ठ समाजसेवी शिक्षाविद् सूर्यप्रकाश शर्मा के निधन पर श्रद्धांजलि सभा
बीकानेर ,17 जनवरी। बीकानेर जगत में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका में कार्य करने वाले खासतौर से बालिका शिक्षा के प्रति सदैव अलख जगाने वाले समाजसेवी सूर्यप्रकाश शर्मा के असामयिक निधन पर आज शाकद्विपीय समाज और नगर की संस्थाओं द्वारा श्रद्धांजलि और शब्दांजलि सभा आयोजित की गई।
शाकद्विपीय ब्राह्मण बंधू चेरीटेबल ट्रस्ट, कल्याण फाउंडेशन ऑफ इंडिया, राजस्थान प्रांतीय ब्राह्मण महासभा, सूर्य मंदिर प्रन्यास, भाई बंधू चेरीटेबल ट्रस्ट, मनु श्री परिषद, गणगौर समिति,भीखमचंद फाउंडेशन, जीवनी देवी प्रन्यास, उच्च शिक्षा समिति, श्यामोजी वसंज प्रन्यास ट्रस्ट, विजेता स्टार ऑर्गेनाइजेशन,आध्यात्मिक उपासना मंदिर संस्थान, सहित संस्था गत प्रतिनिधि शामिल थे।
उतर पश्चिम रेलवे के अपर रेल प्रबंधक निर्मम कुमार शर्मा ने सूर्यप्रकाश शर्मा के तेल चित्र पर पुष्पहार अर्पित करते हुए शब्दांजलि में कहा की सूर्यपराकाश जी 73 वर्ष की उम्र में भी उनका जज्बा काबिले तारीफ था आज के कई युवा भी उनकी कार्यक्षमता के सामने बौने नजर आते थे। जीवन के अंत तक वे शिक्षा और सामाजिक सरोकारों की जोत जलाए अपने को झोंके रखा जो की साबित करता है की वे चिरंजीवी युवा थे और वैचारिक रूप से हमारे बीच मौजूद रहेंगे।
पर्वतारोही आर.के.शर्मा ने कहा की सूर्यप्रकाश शर्मा कर्तव्यनिस्ठ संगठन प्रेमी थे उनका मानना था की जब जीवन प्रभु ने दिया है तो इसको पूरी जीवंतता के साथ जीना चाहिए।
वरिष्ठ साहित्यकार पत्रकार हरीश बी शर्मा ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा की हर किसी को उचित मार्ग दिखाना और सकारात्मक तरीके से बिना किसी स्वार्थ के कैसे जीवन को ऊंचाई तक ले जाया जा सकता है उसकी अगर कोई पाठशाला थी तो वो थे सूर्यप्रकाश शर्मा थे। इनको अगर सामाजिक क्षेत्र का भीष्म पितामह कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।
कल्याण फाउंडेशन ऑफ इंडिया की निदेशक कामिनी विमल भोजक मैया ने कहा की अपने नाम के अनुरूप वे सदेव मानव समाज के कल्याण के लिए कार्य करते रहे। उनके जीवन का ध्येय था की भगवान ने अगर कुछ करने लायक आपको बनाया है तो फिर अपना फर्ज अदा करने में पीछे हटना परम पिता परमात्मा के आशीर्वाद से दगा करना है। इनकी कमी हमेशा सामाजिक क्षेत्र में खलती रहेगी।
नगर निगम पार्षद दुलीचंद शर्मा ने कहा की जब से उन्होंने होश संभाला तब से वे लगातार सूर्यप्रकाश जी को हर आयोजन में तन मन धन से समर्पित पाया। उनके बताए मार्ग का भी हम अनुसरण कर पाए तो उनको श्रद्धांजलि होगी।
राजस्थान प्रांतीय ब्राह्मण महासभा शिक्षा कोश संयोजक पुरषोत्तम सेवक ने कहा की सूर्य प्रकाश जी के बारे में जितना कहा जाए उतना कम है ग्रहस्थ जीवन का पूरी जिम्मेदारी से निर्वहन करते हुए भी अगर कोई अपने आप को सार्वजनिक जीवन में सबसे आगे रखे ऐसे इंसान देव दूत होते है.
रंगकर्मी शंकर सेवग ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा की सच्चे और निडर व्यक्तित्व के साथ साथ बेहतरीन कर्मयोगी इंसान थे सूर्यप्रकाश शर्मा। श्रद्धांजलि सभा का संचालन शहर जिला संगठन महासचिव नितिन वत्सस ने किया।
श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शब्दांजलि सभा को , वरिष्ठ समाज सेवी दुर्गादत भोजक, महेश भोजक, गिरधर पंडित शर्मा, जेठमल सेवग, भाजपा रानी बाजार मंडल अध्यक्ष नरसिंह सेवग,पवन शर्मा, जेठमल शर्मा, मनोज सेवग, शिक्षा विद अनिल शर्मा, महिला अध्यक्ष ज्ञानवती शर्मा, अश्वनी सावलेरा, निलेश शर्मा, संतोष सेवग, विनोद कुमार शर्मा, मुन्नासा, रविदत व्यास, संजय श्रीमाली,पपुसा बीकानेरी, कैलाश चंद्र शर्मा, ने सूर्य प्रकाश जी के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए भावांजलि अर्पित की।