स्वामी दिव्य सागर ने करणी माता मंदिर में दर्शन किए
बीकानेर, 9 मई। देवी उपासक स्वामी दिव्य सागर महाराज तीन दिवसीय यात्रा पर बीकानेर में है। गुरुवार को उन्होंने छह शताब्दी से अधिक प्राचीन देशनोक के करणी माता मंदिर में दर्शन किए तथा मंदिर को अद्भूत, चमत्कारी, चूहों (काबों) के रूप में विस्मयकारी तथा शक्तिपीठ बताया। उन्होंने कुछ देर मंदिर में बैठकर देवी करणी माता की मंत्रोच्चारण से साधना व भक्ति की।
स्वामी दिव्य सागर ने गंगाशहर में बाफना स्कूल के सामने स्थित हरीराम मांडण सोनी निवास परिसर में हुए सत्संग में कहा कि पंथ व सम्प्रदाय ने सनातन धर्म को कमजोर कर दिया है। हमें पंथ व सम्प्रदाय से ऊपर उठकर सनातन धर्म को समृद्ध बनाने के पुरुषार्थ व प्रयास करने चाहिए। सनातन धर्म के मूल मर्म को समझकर इसकी विशिष्टताओं को सभी वर्ग व तबके के लोगों तक पहुंचाना जरूरी है।
अनेक लोग हिन्दू होते हुए सनातन धर्म के मूल सिद्धान्तों, उसके महान ग्रंथों, देवी-देवताओं, महापुरुषों से अनभिज्ञ है। लोग अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए व्यक्तिगत स्तर पर पंथ व सम्प्रदाय चलाकर सनातन धर्म की मूल सर्व कल्याणकारी, मंगलकारी विशिष्टताओं से आम लोगों को दूर रख रहे है।
ऐसे तथा कथित संत महात्माओं से सावधान रहते हुए सनातन धर्म, भारतीय धार्मिक, आध्यात्मिक मूल्यों सांस्कृतिक मूल्यों से आम जन को जोड़ने की दरकार है। उन्होंने विभिन्न रोगों के इलाज के बारे में बताया तथा अधिक पानी पीने, तन के साथ मन को स्वस्थ रखने की सलाह दी । स्वामीजी का आशकरण, मनोज मांडण व लोकेश मांडण आदि ने स्वागत किया। स्वामी दिव्य सागर महाराज अक्षया तृतीया शुक्रवार को सुबह सवा दस बजे सुजानदेसर रोड, गंगाशहर में भट्ठड स्कूल के पास हरीराम ज्वैलर्स का उद्घाटन व सत्संग करेंगे।