मन की शांति केवल वर्तमान में जीने से प्राप्त होती है- मुनि हिमांशु कुमार
मन की शांति केवल वर्तमान में जीने से प्राप्त होती है- मुनि हिमांशु कुमार
मन की शांति केवल वर्तमान में जीने से प्राप्त होती है- मुनि हिमांशु कुमार
सावन माह में श्रीशिवमहापुराण कथा का श्रवण चित्त की शुद्धि करता है’-पं श्रीअशोक पारीक
प्रतिदिन पंचमहायज्ञ करने से चित्त शुद्धि होती है-श्रीविमर्शानंदगिरि जी महाराज
अवगुणों को हटाकर मस्तिष्क को परिष्कृत करती है गीता-स्वामी समानन्दगिरि
गौचर औरण संरक्षक संघ, राजस्थान की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक और जोधपुर – पाली संभाग स्तरीय सम्मेलन संपन्न
योग से मिलती है मन को शक्ति और शरीर को ऊर्जा: योग गुरू शर्मा
राष्ट्रीय युवा दिवस पर आठ प्रतिभावान युवाओं का हुआ सम्मान