Rajendra Joshi
राजस्थानी व्याकरण और इतिहास लेखन क्षेत्र में प्रोफेसर स्वामी का अविस्मरणीय योगदान
राजस्थानी व्याकरण और इतिहास लेखन क्षेत्र में प्रोफेसर स्वामी का अविस्मरणीय योगदान
तीसरे पोकरमल राजरानी गोयल स्मृति राजस्थानी कथा साहित्य पुरस्कार हेतु प्रविष्टियाँ आमंत्रित..
तीसरे पोकरमल राजरानी गोयल स्मृति राजस्थानी कथा साहित्य पुरस्कार हेतु प्रविष्टियाँ आमंत्रित..
डॉ. उमाकांत गुप्त का बाल कविता संग्रह ‘दोस्त मेरी सोन चिरैया’ लोकार्पित
डॉ. उमाकांत की बाल कविताओं में बाल सुलभ गतिविधियों का सुंदर चित्रण – बुलाकी शर्मा बीकानेर ,08 नवंबर। डॉ. उमाकांत की बाल कविताओं में बाल सुलभ गतिविधियों का सुंदर चित्रण हुआ है वहीं इनमें सहजता और सरलता देखने योग्य है। उक्त उद्गार जवाहर लाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष प्रख्यात साहित्यकार बुलाकी शर्मा ने…
“अंतस रा सुर सांतरा” राजस्थानी काव्य संग्रह का लोकार्पण हुआ
कोरोना की विभीषिका में भी डॉ. सुमन बिस्सा ने सक्रियता से लेखन किया-डॉ. नीरज दइया बीकानेर, 3 नवम्बर। नवकिरण सृजन मंच द्वारा पवनपुरी स्थित आशीर्वाद भवन में डॉ. सुमन बिस्सा के राजस्थानी काव्य संग्रह “अंतस रा सुर सांतरा” के लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता करते हुए साहित्यकार डॉ. नीरज दइया ने कहा कि यह राजस्थानी काव्य…