मनुज देपावत मानवीय वेदना-संवेदना के संवाहक एवं नव स्वर देने वाले अमर रचनाकार थे-रंगा
मनुज देपावत मानवीय वेदना-संवेदना के संवाहक एवं नव स्वर देने वाले अमर रचनाकार थे-रंगा
मनुज देपावत मानवीय वेदना-संवेदना के संवाहक एवं नव स्वर देने वाले अमर रचनाकार थे-रंगा
त्रिभाषा विशेष काव्य गोष्ठी – कविता कर्म सृजन की शब्द उपासना करना है