शुद्ध भावों से वन्दना करने से होता तीर्थंकर गौत्र का बंधन – मुनि श्री हिमांशुकुमारजी
शुद्ध भावों से वन्दना करने से होता तीर्थंकर गौत्र का बंधन : मुनि श्री हिमांशुकुमारजी
शुद्ध भावों से वन्दना करने से होता तीर्थंकर गौत्र का बंधन : मुनि श्री हिमांशुकुमारजी
नाल गांव के भगवान मुनिव्रत स्वामी नए मंदिर में मूर्तियों की स्थापना ,पांचू के तीर्थंकर भगवान अभिनंदन स्वामी के मंदिर जीर्णोंद्धार का शिलान्यास 10 को,प्रवर्तिनी साध्वीश्री शशि प्रभा की स्मृति में गुणानुवाद सभा 9 को,नाल गांव में दो जैनाचार्यों का मिलन.