राजस्थान में पाकिस्तान बॉर्डर पर एक बार फिर टैंक और आधुनिक मिसाइलें गरजीं
जापान ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स, पूर्वी सेना के कमांडिंग जनरल, लेफ्टिनेंट जनरल तोगाशी युइची, राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में ‘धर्मागार्डियन’ अभ्यास के साक्षी बने
बीकानेर \जयपुर , 3 मार्च। राजस्थान में पाकिस्तान बॉर्डर पर एक बार फिर टैंक और आधुनिक मिसाइलें गरजीं हैं। बीकानेर फील्ड फायरिंग रेंज में भारत और जापान की फोर्सेज के बीच चल रहे युद्धाभ्यास में आज जापानी सेना के बड़े अफसर भी शामिल हो रहे हैं।
‘धर्मा गार्जियन’ एक्सरसाइज में दोनों सेनाओं के जवान आज फायरिंग और टेक्निक का आदान-प्रदान कर रहे हैं। इसमें ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स रूम इंटरवेंशन, क्लोज क्वार्टर बैटल फायरिंग भी शामिल है।
जापान ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स, पूर्वी सेना कमांडिंग जनरल, लेफ्टिनेंट जनरल तोगाशी युइची यहां पहुंचे हैं। उनके साथ चेतक कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल नगेन्द्र सिंह भी मौजूद हैं। दोनों सेनाओं का यद्धाभ्यास 9 मार्च तक चलेगा।
जापान ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स, पूर्वी सेना कमांडिंग जनरल, लेफ्टिनेंट जनरल तोगाशी युइची ने 03 मार्च 2024 को राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में चल रहे भारत-जापान संयुक्त सैन्य अभ्यास “धर्मागार्डियन” का दौरा किया।
इस दौरे का मुख्य उद्देश्य अभ्यास में हुई प्रगति का जायजा लेकर दोनों टुकड़ियों को प्रोत्साहन देना तथा दोनों सेनाओं के बीच आपसी भाईचारे को मजबूत करना और दोनों देशों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों को बढ़ाना था।
महाजन रेंज में चल रहा अभ्यास “धर्मागार्डियन” संयुक्त अभ्यास का 5वां संस्करण है जो संयुक्त राष्ट्र के अनुरूप अर्ध-शहरी वातावरण में एक संयुक्त कार्य बल के रूप में प्रभावी ढंग से काम करने के लिए संयुक्त क्षमताओं को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।यह अभ्यास भारत और जापान के बीच रणनीतिक साझेदारी में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर जोर देता है।
इस अवसर की गरिमा को बढ़ाते हुए,चेतक कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल नगेन्द्र सिंह भी इस दौरे में उपस्थित थे। लेफ्टिनेंट जनरल तोगाशी युइचीव लेफ्टिनेंट जनरल नगेन्द्र सिंह ने अभ्यास के दौरान सैनिकों की हौसला अफजाई की।
अभ्यास “धर्मागार्डियन” जापानी और भारतीय सशस्त्र बलों के बीच मजबूत बंधन और सहयोग का प्रमाण है, जिससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होती है।
आज के अभ्यास की थीम दुश्मन के ठिकानों का पता लगाकर उन्हें जिन्दा पकड़ना है। ताकि उनसे पूरे नेक्सस के बारे में पता लगाया जा सके। इसके लिए इंडियन आर्मी का प्रशिक्षित बाज भी इस अभ्यास में शामिल हुआ।
जो पहले दुश्मन के ठिकाने के ऊपर घूमता है। दुश्मन को पता भी नहीं चलता और वो पूरे क्षेत्र का वीडियो भारतीय सेना को भेज देता है। इस बाज के सिर पर ही एक कैमरा लगा होता है।
युद्ध के मैदान में इंफॉर्मेशन सेंटर
इस युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देश एक-दूसरे की तकनीक को भी सीख रहे हैं। युद्ध के मैदान में अस्थायी रूप से एक सेंटर स्थापित करना और वहां से युद्ध की तमाम रिपोर्ट रखने की योजना पर भी काम किया गया है।
नई तकनीक के साथ दुश्मन की हर गतिविधि पर नजर रखने की प्लानिंग भी सीखी जा रही है। इस युद्धाभ्यास में भारतीय सेना की राजपूताना राइफल्स के जवान हिस्सा ले रहे हैं तो जापान की ओर से इन्फेंट्री रेजिमेंट की 34वीं टुकड़ी अपना दमखम दिखा रही है।
दोनों देशों के चालीस सैन्यकर्मी एक-दूसरे को हथियारों की ट्रेनिंग दे रहे हैं तो भारत इनसे सेल्फ डिफेंस सीख रहा है। युद्धाभ्यास के दौरान हर रोज सुबह योगाभ्यास भी होता है।
महाजन फील्ड फायरिंग में हर बार की तरह इस बार भी आतंकियों का एक ठिकाना बनाया गया है। जहां हमले के लिए इंडियन आर्मी के हेलीकॉप्टर से जवान उतरेंगे। इस ठिकाने में छिपे आतंकियों को जिंदा पकड़ने का प्रयास होगा।
इसके लिए भारतीय सेना के जवान कहीं स्क्राॅलिंग करते हुए आगे बढ़ेंगे तो कहीं हेलीकॉप्टर से एक के बाद एक नीचे आएंगे।इस दौरान काफी दूरी पर दुश्मन के ठिकाने बनाए जा रहे हैं।
इस बार युद्धाभ्यास शुरू होने के साथ ही क्षेत्र में जासूसी का संकट भी सामने आया। राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग के साथ ही मिलिट्री पुलिस की इंटेलिजेंस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 27 फरवरी को एक युवक को गिरफ्तार किया था।
यहां कैंटीन चला रहे इस युवक ने पाकिस्तानी हैंडलर से बातचीत की थी। पाकिस्तानी महिला ने विक्रम सिंह नामक युवक से क्षेत्र के फोटो और वीडियो भी मंगवाए थे। फिलहाल विक्रम सिंह गिरफ्तार है और उससे पूछताछ चल रही है।
इसके बाद से सेना ने महाजन रेंज के पूरे क्षेत्र को सर्विलांस पर ले लिया है। यहां से युद्ध के फोटो, वीडियो भेजने वाले प्रत्येक व्यक्ति की रिपोर्ट सेना और पुलिस की इंटेलिजेंस के पास जा रही है। सामान्य व्यक्ति भी किसी तरह के फोटो सोशल मीडिया पर डालता है तो पुलिस उस पर कड़ी नजर रखे हुए हैं।