बाफना स्कूल के शिक्षक- शिक्षिकाओं ने नाटक “गज फुट इंच” में दिखाया हास्य-व्यंग्य का बेहतरीन अंदाज

बीकानेर , 28 अक्टूबर। बाफना स्कूल की ओर से टाऊन हॉल में नाटक गज फुट इंच की प्रस्तुति हुई। इस नाटक की कहानी एक बिजनेस परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है। परिवार का मुखिया पोखरमल एक कपड़े का व्यापारी है और उसका बेटा टिल्लू पूरी तरह पारिवारिक व्यवसाय में शामिल है। उसकी पूरी दुनिया मुनाफे लाभ और राजस्व तक ही सीमित है। वह सांसारिक रूप से काफी बुद्धिमान, आज्ञाकारी एवं शांत स्वभाव का है पर जब दुनियादारी की बात आती है, तो वह बहुत भाेला दिखता है।

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इस वजह से उसके माता-पिता उसकी शादी को लेकर चिंतित हैं। उसके मां-बाप जुगनी से शादी करने का दबाव डालते हैं और दोनों एक दूसरे के मिलते हैं। मुख्य नायिका जुगनी काफी आधुनिक है पर वो टिल्लू के अंदर के इंसान को पढ़ लेती है। काफी नाटकीयता एवं हास्य स्थितियों के पश्चात दोनों की शादी हो जाती है। स्कूल शिक्षक-शिक्षिकाओं से अभिनीत यह नाटक अपने हल्के-फुल्के, चुटिले और व्यंग्य संदेशों के माध्यम से ऑडियंस को गुदगुदाने में कामयाब रहा।

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नाटक में मुख्य पात्र पोखरमल की भूमिका चिराग सुखानी ने, सांईदास की भूमिका मानवेंद्र गहलोत ने, मां की भूमिका श्रीमती सोनिया शर्मा ने, टिल्लू की भूमिका नैतिक कोठारी ने, जुगनी की भूमिका यशवी सेठिया ने और उसकी मित्र गुल्लू की भूमिका पवनीत अहलूवालिया और हर्षिता पारख ने निभाई। नाटक का निर्देशन रोहित बोड़ा का रहा।

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इस अवसर पर बाफना स्कूल के सीईओ और प्रिंसिपल डॉ पीएस वोहरा बताया कि रंगमंच मात्र मनोरंजन का साधन नहीं है बल्कि जीवन जीने की कला को सिखाने का एक सशक्त माध्यम है। एक शिक्षक अगर जीवन जीने की कला को बेहतरीन ढंग से सीख ले तो यकीनन इसका फायदा विद्यार्थियों को जरूर मिलेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए स्कूल अपने शिक्षकों में थिएटर के माध्यम से बेहतरीन वॉइस माड्यूलेशन विकसित कर उनके ज्ञान को और अधिक सरल और स्पष्ट तरीके से छात्रों तक पहुंचाना चाहता है। इसके साथ ही थिएटर के माध्यम से स्कूल अपने शिक्षकों को धैर्यवान बनने, भावनाओं और समस्याओं को समझने और विद्यार्थियों को प्रेरित करने, व्यवहार में परिस्थितियों के अनुसार लचीलापन लाने तथा छात्रों को बुद्धिमत्ता, रचनात्मकता,उनके व्यक्तित्व को विकसित करने के लिए क्लास रूम में अलग अंदाज के साथ जाकर विद्यार्थियों को ज्ञानार्जित कर उन्हें उम्दा नागरिक बना सकें।

नाटक मंचन के दौरान बीकानेर रंग जगत की नामी- गिरामी हस्तियां मौजूद थी।इस प्रस्तुति को दर्शकों ने खूब सराहा। कार्यक्रम के अंत में स्कूल प्रबंधन की ओर वरिष्ठ कलाकार अशोक जोशी और बुलाकी भोजक ने सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह देकर उनका हौसला बढ़ाया और सम्मान किया।

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