दस हजार सेकंड ग्रेड टीचर बनेंगे लेक्चरर, शिक्षा विभाग ने दो सालों के रिक्त पदों पर सभी विषयों में पदोन्नति लिस्ट जारी कर दी
बीकानेर , 14 दिसम्बर। राजस्थान के दस हजार से ज्यादा ग्रेड सेकंड के टीचर्स को अब लेक्चरर का पद मिलने वाला है। दो सालों की बकाया रही पदोन्नति के बाद अब इन नव पदोन्नत व्याख्याताओं को सीनियर सैकंडरी स्कूल में व्याख्याता के रूप में पोस्टिंग मिलने वाली है। वहीं इतने ही पद सेकंड ग्रेड के कम हो जाएंगे, जिससे अपर प्राइमरी स्कूलों में हेडमास्टर की कमी आ सकती है।
राजस्थान शिक्षा सेवा नियमों के तहत हर वर्ष रिक्त होने वाले पदों पर ग्रेड सेकंड टीचर्स को तय सीमा में पदोन्नत करके लेक्चरर बनाया जाता है। ऐसे में वर्ष 2021-22 और वर्ष 2022-23 के रिक्त पदों के आधार पर राज्यभर के दस हजार 515 ग्रेड सेकंड टीचर्स को लेक्चरर पद पर प्रमोशन मिल गया है। इन लेक्चरर को एक अप्रैल 2021 से चयनित माना गया है। ऐसे में वेतन बढ़ोतरी के साथ पिछले चार साल का एरियर भुगतान भी मिलेगा। इस सूची में उन ग्रेड सेकंड टीचर्स का भी नाम आया है, जो वर्ष 1989 से चयनित है। वहीं वर्ष 2008-09 के अधिकांश चयनित टीचर्स को परमोशन मिल गया है।
शिक्षा निदेशक ने 109 ऐसे टीचर्स को भी पदोन्नति दे दी है, जो चयन तिथि से पहले ही सेवानिवृत हो गए। ऐसे टीचर्स के लिफाफे बंद रखे गए हैं और इस बारे में निर्णय बाद में सामने आएगा। दरअसल, सेवानिवृत को चयन तिथि से परमोशन तो मिलता है लेकिन लाभ तब मिलेगा, जब उसका रिकार्ड साफ सुथरा होगा। चूंकि इनका पदस्थापन नहीं होना है, ऐसे में इनका लिफाफा फिलहाल बंद रखा गया है।
अब विषय अध्यापक कम हो गए
शिक्षा विभाग में पदोन्नति आदेश जारी होने के साथ ही एक तरफ स्कूल को टीचर मिलते हैं और दूसरी तरफ कम हो जाते हैं। अब इतनी बड़ी संख्या में प्रमोशन के बाद राज्य में ग्रेड सेकंड के टीचर्स की कमी आएगी। एक साथ दस हजार पांच सौ ग्रेड सेकंड टीचर्स की कमी आने से नौंवी से दसवीं तक विषय पढ़ाने वाले टीचर्स पर अपर प्राइमरी स्कूल हेडमास्टर के पद खाली हो जाएंगे।