गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाले : साध्वी डॉ गवेषणाश्री

तेरापंथ स्थापना दिवस, गुरु पूर्णिमा एवं मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का हुआ समायोजन

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चेन्नई ,21 जुलाई। (स्वरुप चन्द दांती ) युवामनीषी आचार्य श्री महाश्रमणजी की सुशिष्या डॉ साध्वी गवेषणाश्रीजी के सान्निध्य में ‘तेरापंथ स्थापना दिवस, गुरु पूर्णिमा एवं मंत्र दीक्षा’ का कार्यक्रम जैन तेरापंथ नगर, माधावरम्, चेन्नई में रविवार को आयोजित किया गया।

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डॉ साध्वी गवेषणाश्री ने कहा कि नमस्कार महामंत्र सभी पापों का नाश करने वाला महामंत्र है। इसमें 64 पूर्वों का सार समाहित है। इसके नियमित जप से अनन्त कर्मों की निर्जरा होती हैं। साध्वीश्री ने विभिन्न नव ग्रहों के निवारण के लिए नमस्कार महामंत्र के निर्दिष्ट पदों के जप के बारे में बताया। साध्वीश्री ने नव वर्षिय बालक बालिकाओं को मंत्र दीक्षा प्रदान की।
गुरु पुर्णिमा पर कहा कि पानी के बिना नदी, अतिथि के बिना आंगन, पैसे के बिना पॉकेट बेकार है, वैसे ही गुरु के बिना जीवन बेकार है। भारतीय संस्कृति में गुरु का बड़ा महत्व है। गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर, असत् से सत् की ओर, अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाता है। आज 265 वॉ तेरापंथ स्थापना दिवस है। आज के दिन ही तेरापंथ को ऐसे गुरु मिले, जिसमें शौर्य था, तितिक्षा थी। आचार्य भिक्षु का शरीरबल, मनोबल, संयमबल और सिद्धान्तबल अनुत्तर था। आचार्य भिक्षु सत्य के प्रति सर्वात्मना समर्पित थे।

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विशेष पाथेय प्रदान करते हुए साध्वीश्री ने आगे कहा कि छोटी सोच, पैर की मोच, कभी सफलता नहीं दिला सकती, अतः अपने माइण्ड को ब्रोड रखना चाहिए।

साध्वी मयंकप्रभा ने तेरापंथ के आध्यप्रवर्तक आचार्य भिक्षु की अभिवन्दना करते हुए कहा कि हमें ऐसा गुरु मिला, जिसमें गरिमा, गौरव, गुरुत्व था। जो गुरु के चरणों को पकड़ लेता है, वह भव जल से पार पा सकता है। आचार्य भिक्षु के जीवन में अनेक संघर्ष आये। परन्तु वे सत्य के प्रति सर्वात्मा समर्पित रहें। जीनवाणी की आराधना करते हुए साधना पर निरन्तर आगे बढ़ते गयें।

साध्वी दक्षप्रभा ने गीतिका के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किए। मंगलाचरण स्थानीय महिलाओं ने किया। माधावरम् ट्रस्ट बोर्ड प्रबंधन्यासी घीसूलाल बोहरा, तेयुप अध्यक्ष संदीप मुथा ने आराध्य की आराधना में प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन साध्वी मेरुप्रभा ने एवं मंत्र दीक्षा का संचालन प्रवीण सुराणा ने किया। आभार ज्ञापन तेयुप सहमंत्री ललित सुराणा ने दिया।

मंत्र दीक्षा प्रायोजक परिवार रणजीतमल अक्षयकुमार ध्रुवकुमार छल्लाणी, जेतारण-चेन्नई, तेयुप उपाध्यक्ष कोमल डागा, संयोजक रोहक डागा और अन्य पदाधिकारियों, पुर्वाध्यक्षों ने बच्चों को मंत्र दीक्षा की किट प्रदान किया। मंगलपाठ के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। तेरापंथ स्थापना दिवस पर सभा भवन में 13 घण्टों का अखण्ड जाप चला। रात्रिकालीन में एक शाम भिक्षु के नाम में गायकों ने अपनी स्वरलहरी से शमा बांध दिया।

 

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